भारतीय स्मार्टफोन बाजार में पहली तिमाही में 20 प्रतिशत की गिरावट, शीर्ष पर सैमसंग
ऐपल जैसी कंपनियों को भारत में जब बिजनेस के बेहतर मौके दिख रहे हैं। इसे महत्वपूर्ण बाजार बताते हुए उन्होंने अपने 2 रिटेल स्टोर खोल दिए। इस बीच भारतीय स्मार्टफोन बाजार से जुड़ी पहली तिमाही की रिपोर्ट आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, उपभोक्ता मांग में कमी के चलते भारतीय स्मार्टफोन बाजार में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर पहली तिमाही में 20 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। वर्ष 2023 की पहली तिमाही में लगभग 3 करोड़ स्मार्टफोन की शिपमेंट देखी गई।
60 लाख यूनिट से अधिक शिपमेंट के साथ सैमसंग टॉप पर
वर्ष 2022 के पहली तिमाही की बात करें तो लगभग 3.8 करोड़ यूनिट स्मार्टफोन की शिपमेंट हुई थी। मार्केट रिसर्च फर्म कैनलिस के अनुसार, बाजार में अभी भी मांग में कमी का संकट देखा जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, पहली तिमाही में स्मार्टफोन शिपमेंट में 60 लाख से अधिक यूनिट की शिपिंग के साथ सैमसंग शीर्ष पर रही। कुल शिपमेंट में इसकी 21 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी रही।
ओप्पो ने वीवो और शाओमी को पीछे छोड़ा
स्मार्टफोन शिपमेंट के मामले में ओप्पो ने वीवो और शाओमी को पीछे छोड़ दिया। ओप्पो कुल 55 लाख यूनिट शिपमेंट के साथ दूसरे नंबर पर रही। ओप्पो की सफलता के पीछे उसके नए लॉन्च किए किए स्मार्टफोन की सफलता मानी जा रही है। लगभग 54 लाख स्मार्टफोन शिपमेंट के साथ वीवो तीसरे नंबर पर रही। वीवो की सफलता के पीछे ऑफलाइन में उसकी मजबूत उपस्थिति को माना जा रहा है।
रियलमी पांचवे नंबर पर बरकरार
पहली तिमाही में स्मार्टफोन शिपमेंट के मामले में शाओमी चौथे नंबर पर खिसक गई। इसने लगभग 50 लाख स्मार्टफोन शिप किए। हालांकि, रियलमी अपना 5वां नंबर बनाए रखने में सफल रही। रियलमी ने लगभग 29 लाख फोन शिप किए। कैनलिस को इस साल शिपमेंट में मामूली वृद्धि की उम्मीद है। विश्लेषक संयम चौरसिया ने कहा कि 2022 की चौथी या आखिरी तिमाही के संकेतों से साफ था कि मांग सुस्त रहेगी और 2023 की पहली तिमाही में वो दिखा भी।
प्रीमियम रेंज के स्मार्टफोन की मांग बढ़ी
चौरसिया ने कहा कि वर्ष 2023 चुनौतीपूर्ण होगा। इसके पीछे की वजह ज्यादा मांग वाले या कहें कि बजट रेंज वाले स्मार्टफोन की डिमांड का अभी भी बहुत धीमी गति से बढ़ना है। हालांकि, प्रीमियम सेगमेंट के स्मार्टफोन की मांग बढ़ी है और इससे स्मार्टफोन बाजार के ASP (एवरेज सेलिंग प्राइज) वृद्धि को बढ़ावा मिला है। प्रीमियम सेगमेंट वाले स्मार्टफोन की डिमांड का फायदा सैमसंग और ऐपल को मिल रहा है। इनके प्रीमियम फोन की मांग बढ़ी है।