आपके पैन कार्ड पर तो नहीं लिया गया है फर्जी लोन? जानिए कैसे करें जांच
क्या है खबर?
भारत में पैन कार्ड अहम वित्तीय पहचान बन चुका है, जिससे लोन, क्रेडिट कार्ड और दूसरी बैंकिंग सुविधाएं जुड़ी होती हैं। इसी वजह से अगर पैन की जानकारी गलत हाथों में चली जाए, तो बिना जानकारी के आपके नाम पर लोन लिया जा सकता है। ऐसे मामले अक्सर तब सामने आते हैं जब रिकवरी कॉल आती है या क्रेडिट स्कोर अचानक गिरता है। ऐसे में पैन से जुड़े लोन की समय-समय पर जांच करना अब बहुत जरूरी हो गया है।
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क्रेडिट रिपोर्ट से कैसे करें जांच?
अपने पैन से जुड़े किसी भी लोन को जांचने का सबसे भरोसेमंद तरीका क्रेडिट रिपोर्ट देखना है। इसके लिए सिबिल, एक्सपेरियन, इक्विफैक्स या CRIF हाई मार्क की वेबसाइट पर जाकर पैन और बेसिक जानकारी डालनी होती है। हर ब्यूरो साल में एक बार फ्री रिपोर्ट देता है। रिपोर्ट में सभी चालू और बंद लोन, लेंडर का नाम, रकम और स्टेटस दिखता है। कोई भी अनजान अकाउंट दिखे तो सतर्क हो जाएं।
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फिनटेक ऐप और डिजिलॉकर का इस्तेमाल
क्रेडिट रिपोर्ट के अलावा वनस्कोर, पेटीएम और क्रेड जैसे फिनटेक ऐप भी मददगार होते हैं। ये ऐप्स सीधे क्रेडिट ब्यूरो से डाटा लेकर आसान भाषा में दिखाते हैं और नए लोन पर अलर्ट भी देते हैं। इसके साथ डिजिलॉकर में उपलब्ध CKYC डाटा देखकर भी यह जांचा जा सकता है कि पैन के आधार पर कोई अनजान अकाउंट तो नहीं खुला। यह तरीका नियमित निगरानी के लिए उपयोगी माना जाता है।
#3
भविष्य में फ्रॉड से कैसे बचें?
पैन से जुड़े फ्रॉड से बचने के लिए सावधानी सबसे जरूरी है। व्हाट्सऐप या मैसेज पर पैन की कॉपी भेजने से बचें और जरूरत हो तो वॉटरमार्क लगाएं। कभी भी अनजान वेबसाइट या एजेंट को पैन की जानकारी न दें और साल में कम से कम 2 बार क्रेडिट रिपोर्ट जरूर देखें। इसके साथ ही बैंक के SMS और ईमेल अलर्ट चालू रखें, ताकि किसी भी संदिग्ध लोन आवेदन की जानकारी तुरंत मिल सके।