सोने की कीमतें इस साल पहुंची रिकॉर्ड स्तर पर, चांदी का प्रदर्शन रहा बेहतरीन
क्या है खबर?
सोने की कीमतें 2024 में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है और सालभर में इसमें 26 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि हुई है।
भू-राजनीतिक तनाव और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी ने इसे मजबूत किया। 31 दिसंबर को हाजिर सोना 2,608.09 डॉलर (लगभग 2.23 लाख रुपये) प्रति औंस और वायदा 2,620.60 डॉलर (लगभग 2.24 लाख रुपये) प्रति औंस पर बंद हुआ।
भारत में 24 कैरेट सोना 7,818 रुपये प्रति ग्राम और 22 कैरेट सोना 7,168 रुपये प्रति ग्राम पर पहुंचा।
प्रदर्शन
चांदी का बेहतरीन प्रदर्शन
2024 में चांदी ने 34.4 प्रतिशत का शानदार रिटर्न दिया, जो 2020 के बाद सबसे अधिक है। भारत में चांदी 95,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है।
फिनएज के विशेषज्ञों के अनुसार, चांदी की बढ़त भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं और मुद्रास्फीति से प्रेरित है।
2025 में भी चांदी की कीमतें स्थिर रह सकती हैं। चांदी सुरक्षित निवेश का विकल्प बनी हुई है और भविष्य में इसकी मांग बढ़ने की संभावना है।
संभावनाएं
विशेषज्ञों का नजरिया और संभावनाएं
विश्लेषकों का मानना है कि 2025 में सोना-चांदी नई ऊंचाइयों को छू सकते हैं। कैपिटल.कॉम के काइल रोडा के अनुसार, सोना अपने रिकॉर्ड स्तर को फिर से चुनौती दे सकता है।
हालांकि, अमेरिकी ब्याज दरों और आर्थिक परिस्थितियों में बदलाव इन धातुओं की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं।
विशेषज्ञ सोना और चांदी में निवेश करने वाले लोगों को संभावित जोखिमों को ध्यान में रखते हुए अपनी रणनीति तैयार करने की सलाह देते हैं।
सलाह
संतुलित निवेश की सलाह
विशेषज्ञों का कहना है कि निवेश करते समय विविधीकरण महत्वपूर्ण है। मेहता इक्विटीज के राहुल कलंत्री ने सुझाव दिया कि निवेशकों को सोने और चांदी के अलावा अन्य परिसंपत्तियों में भी निवेश करना चाहिए।
फिनएज के मयंक भटनागर ने कहा कि निवेशकों को चक्रीय प्रवृत्तियों को समझना चाहिए और लंबे समय तक निवेश के फायदे-नुकसान का आकलन करना चाहिए। संतुलित दृष्टिकोण से निवेशकों को अधिक लाभ मिल सकता है।