
विदेशी निवेशकों ने बेचे 8,700 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर, जानिए कारण
क्या है खबर?
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने जून के पहले सप्ताह में भारतीय शेयर बाजार में कमजोर रुख के साथ बिकवाली को बढ़ावा दिया है। 2 से 6 जून के बीच विदेशी निवेशकों ने 8,700 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेचे हैं। बिकवाली में तेजी वैश्विक अनिश्चितताओं और सतर्क निवेशक भावना के चलते आई है। भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की ओर से रेपो रेट को घटाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया गया, जिससे निवेशकों का विश्वास मजबूत हुआ।
उम्मीद
रेपो रेट घटने से क्या है उम्मीद?
नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी (NSDL) के आंकड़ों के अनुसार, FPIs ने पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान कुल 8,749 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं। यह दर्शाता है कि विदेशी निवेशक सप्ताह के अधिकांश समय बाजार में शुद्ध विक्रेता रहे। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि रेपो रेट में कटौती से भारत की आर्थिक गति को बढ़ावा मिलेगा और समग्र मांग की स्थिति में सुधार होगा। इससे आने वाले महीनों में FPI द्वारा अपने निवेश में वृद्धि की उम्मीद है।
प्रदर्शन
मई में रहा सबसे अच्छा प्रदर्शन
मई में विदेशी निवेशकों का शुद्ध निवेश प्रवाह सकारात्मक रहा है, जब उन्होंने 19,860 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इससे विदेशी निवेश के मामले में मई इस साल अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला महीना बन गया। पिछले महीनों के आंकड़ों से यह भी पता चला है कि FPI ने मार्च में 3,973 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे। जनवरी और फरवरी में उन्होंने क्रमशः 78,027 करोड़ और 34,574 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी।