अदार पूनावाला ने अस्तगुरु ऑक्शन हाउस में हासिल की 20 प्रतिशत हिस्सेदारी
क्या है खबर?
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के CEO और अरबपति अदार पूनावाला ने अस्तगुरु नीलामी हाउस में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है।
यह कंपनी भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कला तथा ऐतिहासिक वस्तुओं की ऑनलाइन नीलामी करती है।
पूनावाला को कला और ऐतिहासिक वस्तुओं का शौक है और इस निवेश के जरिए वे इसे और अधिक लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।
उनका उद्देश्य कला प्रेमियों को डिजिटल और पारदर्शी प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना है, जहां वे सुरक्षित तरीके से दुर्लभ कलाकृतियां खरीद और बेच सकें।
योजना
अस्तगुरु के वैश्विक विस्तार की योजना
इस रणनीतिक निवेश से अस्तगुरु को स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में विस्तार करने में मदद मिलेगी।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके नीलामी और कला संग्रह का अनुभव और बेहतर बनाया जाएगा।
2008 में शुरू हुई यह कंपनी कला प्रेमियों और संग्रहकर्ताओं को एक सुरक्षित और विश्वसनीय ऑनलाइन मंच प्रदान करती है। पूनावाला का मानना है कि इस निवेश से अस्तगुरु एक प्रमुख वैश्विक नीलामी ब्रांड बन सकता है।
कदम
भारतीय कला के लिए बड़ा कदम
अस्तगुरु में हिस्सेदारी खरीदकर पूनावाला भारतीय कला को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की कोशिश कर रहे हैं। उनका मानना है कि लक्जरी नीलामी उद्योग को आधुनिक तकनीक से नया रूप दिया जा सकता है।
यह साझेदारी कलाकारों और कला संग्रहकर्ताओं के लिए फायदेमंद होगी, जिससे भारतीय कला का मूल्यांकन और संरक्षण बेहतर होगा।
इस निवेश से अस्तगुरु को भविष्य में और बड़ा बनने का मौका मिलेगा और भारतीय कला को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।