कार के साथ क्यों जरूरी है चाबी का बीमा कराना? जानिए इसका फायदा
नई कार खरीदते समय उसका बीमा कराना जरूरी होता है। बिना इंश्योरेंस के गाड़ी चलाना ट्रेफिक नियमों का भी उल्लंघन माना जाता है, जिसके लिए आपको कानूनी कार्रवाई का समाना करना पड़ सकता है। इस कारण लोग का कार का बीमा तो करवा लेते हैं, लेकिन उसकी चाबी का इंश्योरेंस नहीं करवाते हैं। इससे उन्हें बार में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है। आइए जानते हैं कि कार की चाबी का इंश्योरेंस करवाने का क्या फायदा है।
कितना महंगा पड़ता है चाबी का खोना?
पहले कार के साथ मैनुअल चाबी आती थी, जो कीमत में सस्ती होती थी। इस कारण इसके खो जाने पर लॉक सिस्टम बदलवाना ज्यादा भारी नहीं पड़ता था। वर्तमान में गाड़िया रिमोट की लॉक सिस्टम या कीलेस फ्रीक्वेंसी ऑपरेटेड बटन (FOB) के साथ आती हैं, जो कीमत में काफी महंगी होती है। इसके खोने या चोरी होने पर आपको पूरा लॉकपैड ही बदलवाना पड़ता है। इसका खर्चा कार के आधार पर 4,000-10,000 रुपये के बीच आता है।
बीमा कराने पर मिलेगा यह फायदा
अगर, आपने कार की चाबी का इंश्योरेंस कराया है तो आप इस बड़े खर्चे से बच सकते हैं। चाबी खोने पर जो भी नुकसान होगा, उसकी भरपाई बीमा कंपनी करेगी। इसे आप कार बीमा में 'की रिप्लेसमेंट कवर' विकल्प के तौर पर चुन सकते हैं। यह आपकी कार की कॉम्प्रिहेंसिव बीमा पॉलिसी का एक ऐड-ऑन है। इसके लिए आपको 300-400 रुपये अतिरिक्त प्रीमियम देना पड़ता है, जिससे आप हजारों रुपये के होने वाले नुकसान की भरपाई कर सकते हैं।
इस तरह से कर सकते हैं क्लेम
चाबी खो जाने या चोरी हो जाने पर सबसे पहले थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज करना जरूरी है। इसकी सूचना तुरंत बीमा कंपनी को दें। इसके बाद आपके द्वारा ली गई नई चाबी, लॉक या लॉकसेट पहले जैसा ही होना चाहिए। ऐसा करने पर बीमा क्लेम पास होने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। चाबी टूटने या क्षतिग्रस्त होने पर उसकी जगह दूसरी चाबी ले सकते हैं, जबकि चोरी होने पर चाबी, लॉक और लॉकसेट बदल दिया जाएगा।