#NewsBytesExplainer: कितनी तरह के होते हैं बाइक्स में मिलने वाले सस्पेंशन?
क्या है खबर?
आरामदायक राइड के लिए किसी भी बाइक में सस्पेंशन अहम भूमिका निभाते हैं।
अगर ये खराब हो जाए तो ड्राइविंग के दौरान बाइक पर बैठे यात्रियों को झटके महसूस होते हैं। साथ ही बाइक चलाने में भी परेशानी आती है।
क्या आप जानते हैं कि अलग-अलग बाइक्स में अलग-अलग तरह के सस्पेंशन का इस्तेमाल किया जाता है। आज कार गाइड में हम आपके लिए बाइक सस्पेंशन की जानकारी लाये हैं।
आइये जानते हैं कि सस्पेंशन कितने प्रकार के होते हैं।
सस्पेंशन
बाइक सस्पेंशन क्या है?
सस्पेंशन बाइक का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। किसी भी बाइक के टायर के एक्सेल को चेसिस से जोड़ने का काम सस्पेंशन का होता है। बाइक का पूरा बोझ उसके सस्पेंशन सिस्टम पर ही होता है।
इसमें शॉक एब्जॉर्बर के लिए स्प्रिंग और डैम्पर्स लगे होते हैं। सस्पेंशन यात्रा के दौरान हर तरह के झटके को झेलता है और राइडर तक इसका असर नहीं पड़ने देता, जिसकी वजह से हम बिना झटकों के बाइक पर यात्रा के मजे लेते हैं।
जानकारी
कितने तरह के होते हैं सस्पेंशन?
बाइक्स में सामने वाले पहियों के लिए 2 तरह के सस्पेंशन टेलीस्कोपिक फोर्क्स और अपसाइड डाउन (USD) फोर्क्स मिलते हैं, जबकि पीछे वाले पहिये के लिए स्प्रिंग लोडेड हाइड्रोलिक, गैस चार्ज शॉक अब्जॉर्बर और मोनो शॉक यूनिट्स जैसे सस्पेंशन के विकल्प मिलते हैं।
#1
टेलीस्कोपिक फोर्क्स
वर्तमान में बाइक्स में फ्रंट सस्पेंशन के लिए टेलीस्कोपिक सस्पेंशन का उपयोग किया जाता है। इस सस्पेंशन में नीचे एक बैरल और एक ऊपर स्लाइडर बार रखा गया है।
शॉक एब्जॉर्बिंग सुविधा देने के लिए इसके अंदर एक स्प्रिंग और फोर्क ऑयल होता है, जो इसे फ्री मूवमेंट की सुविधा प्रदान करते हैं। इसका डिजाइन सरल है और इन्हे बनाना भी आसान है।
साथ ही यह देखने में भी काफी आकर्षक होते हैं, जिससे बाइकर्स इसकी तरफ आकर्षित होते हैं।
#2
अपसाइड डाउन (USD) फोर्क्स
USD फोर्क्स को इनवर्टेड फोर्क्स के नाम में भी जाना जाता है। यह टेलीस्कोपिक सस्पेंशन का ठीक उल्टा होता है। इस सस्पेंशन सेटअप में फोर्क ट्यूब को एक्सल से जोड़ा जाता है। इसमें स्लाइडर बार नीचे लगे होते हैं।
इसे लगाने से बाइक का वजन कम हो जाता है, जिससे हैंडलिंग में सुधार होता है। हालांकि, इसमें फोर्क ऑयल ऊपर होते हैं, जिससे थोड़े से भी खराबी में ये लीक हो सकते हैं। इनकी कीमतें भी अधिक होती हैं।
#3
स्प्रिंग लोडेड हाइड्रोलिक यूनिट
स्प्रिंग लोडेड हाइड्रोलिक सिस्टम हाइड्रोलिक्स के नियमों का पालन करता है। इस सस्पेंशन में बेस के रूप में डंपिंग ऑयल नामक एक प्रकार के तरल का उपयोग किया जाता है। इस तरल को हाइड्रोलिक पिस्टन में रखा जाता है।
सस्पेंशन के बाहर एक स्प्रिंग है और यह स्प्रिंग सुनिश्चित करता है कि स्प्रिंग पिस्टन दबाव के कारण नीचे की ओर दबता है और राइडर को आरामदायक राइड प्रदान करता है।
बजट सेगमेंट बाइक्स में इसका इस्तेमाल होता है।
#4
गैस चार्ज शॉक अब्जॉर्बर यूनिट
स्प्रिंग लोडेड हाइड्रोलिक सिस्टम का अपडेटेड वर्जन गैस चार्ज शॉक अब्जॉर्बर यूनिट है। इसमें कनस्तर से भरी गैस को स्प्रिंग लोडेड हाइड्रोलिक सस्पेंशन के साथ जोड़ा जाता है और इस वजह से इसे गैस चार्ज शॉक अब्जॉर्बर नाम दिया गया है।
इस सस्पेंशन के लिए नाइट्रोजन का इस्तेमाल किया जाता है और इसके लिए इसे नाइट्रोक्स सस्पेंशन के नाम से भी जाना जाता है। TVS अपाचे और बजाज पल्सर जैसी बाइक्स में इसका इस्तेमाल होता है।
#5
मोनो शॉक यूनिट
सड़कों के उतार-चढ़ाव को अब्जॉर्ब करने के लिए कई प्रीमियम बाइक्स के पिछले फ्रेम पर एक स्प्रिंग लगा होता है, जिसे मोनो शॉक सस्पेंशन के रूप में जाना जाता है। इसमें शॉक को स्विंग आर्म से जोड़ने के लिए एक लिंकेज का उपयोग करता है।
मोनो शॉक सस्पेंशन का प्रदर्शन अन्य ट्विन शॉक एब्जॉर्बर की तुलना में काफी बेहतर है। यह बेहतर कॉर्नरिंग और हाईवे स्टेबिलिटी प्रदान करता है। इसे ट्यून करना और एडजस्ट करना काफी आसान है।
बचाव
सस्पेंशन के बचाव के लिए करें ये काम
खराब सड़कों में अधिक बाइक चलाने से सस्पेंशन खराब होने का खतरा रहता है। इसलिए ऐसी सड़क पर बाइक चलाने से बचना चाहिए।
आप क्षमता से ज्यादा वजन रखकर ओवरलोडिंग कर बाइक चलाते हैं तो इससे भी सस्पेंशन में बड़ा नुकसान होता है।
मोटरसाइकिल चलाने के दौरान तेज ब्रेक लगाने से भी सस्पेंशन पर असर पड़ता है। तेज ब्रेक लगाने के कारण बाइक अचानक से रुकती है, जिससे सारा वजन आगे वाले सस्पेंशन पर आ जाता है।