
टाटा को मिला फिएट के डीजल इंजन का लाइसेंस अधिकार, जानिए क्या होगा फायदा
क्या है खबर?
टाटा मोटर्स ने फिएट के 2.0-लीटर मल्टीजेट II डीजल इंजन के उत्पादन और आगे विकास के लिए लाइसेंस प्राप्त कर लिया है। यह पावरट्रेन टाटा हैरियर और सफारी SUV को पावर देता है।
वर्तमान में इस इंजन का उत्पादन फिएट इंडिया ऑटोमोबाइल (FIAPL) द्वारा स्टेलेंटिस से लाइसेंस के तहत किया जाता है, जो रंजनगांव में टाटा मोटर्स और स्टेलेंटिस के बीच एक संयुक्त उद्यम है।
लाइसेंस हासिल करने को कंपनी की पावरट्रेन रणनीति में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
स्वतंत्रता
टाटा को मिलेगी इन कार्यों की स्वतंत्रता
लाइसेंस के तहत टाटा को फिएट के इंजन को आगे विकसित करने के अधिकार दिए गए हैं, जिससे कंपनी को इंजन के उपयोग, डिजाइन में बदलाव और अपग्रेड की स्वतंत्रता मिल गई है।
टाटा मोटर्स के प्रवक्ता ने कहा, "टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स (TMPV) और स्टेलेंटिस ने वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में लाइसेंस टेक्नोलॉजी एग्रीमेंट किया है। यह अपनी आवश्यकताओं के लिए FAM B 2.0-लीटर डीजल इंजन में कुछ विकास और तकनीकी बदलाव करने के अधिकार देता है।"
सुधार
सफारी और हैरियर के प्रदर्शन में होगा सुधार
लाइसेंस टाटा को इस इंजन के प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए गतिविधियां शुरू करने में भी सक्षम बनाता है, जिससे वाहन के प्रदर्शन में समग्र सुधार होगा।
टाटा हैरियर और सफारी को बढ़ती प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में पावरट्रेन विकल्पों की कमी टाटा के लिए बाधा बन गई है।
अब 2.0-लीटर मल्टीजेट डीजल को भविष्य के उत्सर्जन मानदंडों को पूरा करने और पावर आउटपुट को अनुकूलित करने के लिए इंजन को अपग्रेड किया जा सकेगा।