इलेक्ट्रिक कारों के बारे में इन भ्रमों को सच मानते हैं कई लोग
समय के साथ-साथ इलेक्ट्रिक कारों का चलन बढ़ता जा रहा है। इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में भी बढ़ावा देखने को मिल रहा है और देश में सरकार भी इनको बढ़ावा देने के लिए कई अहम कदम उठा रही है। हालांकि, इसके बावजूद आज भी हर कोई इलेक्ट्रिक कारों की ओर रुख नहीं कर पा रहा है। इसका एक बड़ा कारण यह भी है कि इनको लेकर कई भ्रम आज भी माने जाते हैं। हमने यहां ऐसे ही भ्रम बताए हैं।
इनकी स्पीड होती है बहुत कम
इलेक्ट्रिक कारों को लेकर सबसे बड़ा भ्रम यह है कि इनकी स्पीड कम होती है। हालांकि, यह बात सच है कि पहले आने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों की स्पीड काफी कम होती थी, लेकिन अब नई टेक्नोलॉजी से लैस इलेक्ट्रिक कारों की स्पीड काफी अच्छी होती है। अब बाजार में 160 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की स्पीड वाली इलेक्ट्रिक कारें मौजूद हैं। हुंडई कोनो को लेकर कंपनी का दावा है कि इसकी टॉप स्पीड 167 किलोमीटर प्रति घंटा है।
बार-बार करना पड़ता है चार्ज
स्पीड के अलावा इलेक्ट्रिक कारों में बैटरी को लेकर भी एक भ्रम है। लोगों को लगता है कि इसकी बैटरी को बार-बार चार्ज करना पड़ता है, जबकि ऐसा नहीं है। फिलहाल आ रही नई इलेक्ट्रिक कारों में अच्छी बैटरी दी जाती है, जिसे एक बार फुल चार्ज करने के बाद कई किलोमीटर का सफर तय किया जा सकता है। हुंडई के अनुसार कोना सिंगल चार्ज में 452 किलोमीटर चल सकती है। वहीं, टाटा नेक्सन की रेंज 312 किलोमीटर है।
किफायती नहीं होती हैं इलेक्ट्रिक कारें
इलेक्ट्रिक कारों को लेकर लोगों के बीच एक और भ्रम है। लोगों का मामना है कि इलेक्ट्रिक कारें पेट्रोल और डीजल की अपेक्षा महंगी होती है। यह सच है, लेकिन लोग इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं कि उन्हें चलाने के लिए कितने मंहगे पेट्रोल और डीजल ईंधन का उपयोग करना पडता है। वहीं, इलेक्ट्रिक कारें बिजली से चलती हैं। अगर इस पर ध्यान दिया जाए तो पेट्रोल और डीजल की अपेक्षा इलेक्ट्रिक कारें अधिक किफायती होती हैं।
बैटरी चार्ज होने में लगता है अधिक समय
लोगों के बीच इलेक्ट्रिक कारों की बैटरी को लेकर एक और भ्रम है। आज भी लोग मानते हैं कि इनकी बैटरी को चार्ज करने में घंटो का समय लगता है। हालांकि, यह सच नहीं है। आजकल भारतीय बाजार में आ रही इलेक्ट्रिक कारों में फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करने वाली बैटरी दी जाती है, जो चंद घंटो में चार्ज हो जाती हैं। जानकारी के अनुसार हुंडई कोना की बैटरी 54 मिनट में 0-80 प्रतिशत तक चार्ज हो जाती है।
बैटरी पर होता है अधिक खर्च
ऊपर बताए गए भ्रमों के अलावा इलेक्ट्रिक कारों को लेकर एक यह भी भ्रम है कि इनकी बैटरी बहुत महंगी होती है। हालांकि, भारत में उपलब्ध इलेक्ट्रिक कारों जैसे हुंडई कोना में दी गई बैटरी के साथ कंपनी आठ साल तक की वारंटी देती है, जिससे इस पर होने वाला खर्च भी कम हो जाता है। आम कारों की बैटरी की वांरटी पांच साल की होती है। इलेक्ट्रिक कार किसी के लिए भी अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।