स्टीयरिंग व्हील हटाकर ले सकेंगे ड्राइविंग का मजा, इस कंपनी ने पेश की रोबोटैक्सी
क्या है खबर?
क्या आपने कभी ऐसी गाड़ी की कल्पना की है, जिसे स्टीयरिंग व्हील के साथ और बिना स्टीयरिंग व्हील के ऑटोमैटिक तरीके से भी चलाया जा सके? अगर नहीं, तो आपको बता दें कि चीन की एक सर्च इंजन कंपनी बाइडू (Baidu) ने एक ऐसी ही कार पेश की है।
बाइडू की इस ऑटोनॉमस कार में अलग करने योग्य स्टीयरिंग व्हील मौजूद है। इस गाड़ी का इस्तेमाल रोबोटैक्सी सर्विस के लिए किया जाएगा।
आइए, इसके बारे में जानते हैं।
मंजूरी
कंपनी को है मंजूरी का इंतजार
इस बारे में बात करते हुए बाइडू के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ली झेनयू ने कहा कि अगर चीनी अधिकारियों ने इस ऑटोनॉमस कार को मंजूरी दे दी तो इसे बिना स्टीयरिंग व्हील के सड़कों पर उतार दिया जाएगा।
पिछले साल ही इस कार को अमेरिका में भी पेश किया गया था।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि टाटा और महिंद्रा जैसी कई वाहन बनाने वाली कंपनी अपनी ऑटोनॉमस गाड़ियों पर काम कर रही हैं और इन्हे जल्द ही पेश करेंगी।
फीचर्स
इन फीचर्स से लैस होगी गाड़ी
इस इलेक्ट्रिक कार में 4-लेवल ऑटोनॉमस तकनीक को शामिल किया गया है। साथ ही इसमें आठ लिडार और 12 कैमरे दिए गए हैं।
आगामी रोबोटैक्सी सीधे तौर पर टेस्ला की गाड़ियों को टक्कर दे सकती है।
बता दें कि टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलन मस्क ने अप्रैल में निवेशकों के साथ एक सम्मेलन में कहा था कि कंपनी का लक्ष्य 2024 में बिना स्टीयरिंग व्हील या किसी पैडल के अपने रोबोटैक्सी का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू करना है।
ऑटोनॉमस कार
चीन में ऑटोनॉमस गाड़ियों को मिल चुकी है मंजूरी
टोयोटा मोटर के सहयोग वाली सेल्फ ड्राइविंग टेक कंपनी पोनी AI को चीन में ऑटोनॉमस टैक्सी चलाने का लाइसेंस मिल चुका है।
अब चीन के कुछ शहरों की सडकों पर लोग ड्राइवरलेस वाहनों में सवार हो सकेंगे। इन वाहनों में किराया लेने की भी सुविधा होगी।
रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी को नान्शा के गुआंगझू शहर में 100 ड्राइवरलेस गाड़ियों के संचालन का लाइसेंस अब चीन सरकार द्वारा मिल चुका है।
जानकारी
ड्राइवरलेस कार लॉन्च करेगी मुंबई की ऑटोमोबाइल कंपनी
मुंबई की ऑटोमोबाइल कंपनी ऑटोनॉमस इंटेलिजेंस मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड (AIMPL) देश में एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-ऑफ-थिंग्स (AIoT) संचालित ड्राइवरलेस कार लॉन्च करेगी।
बिना ड्राइवर के चलने वाली इस कार के पेट्रोल और डीजल वेरिएंट में मार्च, 2023 तक लॉन्च किया जायेगा। वहीं, कंपनी इसमें एक इलेक्ट्रिक वेरिएंट की भी पेशकश कर सकती है।
AIoT तकनीक को पहली बार 2014 में IIT- बॉम्बे में आयोजित नेशनल रोबोटिक्स चैंपियनशिप (NRC) में कंप्यूटर टेक्नोलॉजी के छात्र कुशाल तानाजी शिलिमकर ने पेश किया था।
न्यूजबाइट्स प्लस
क्या होती है ऑटोनॉमस गाड़ियां?
ऑटोनॉमस ड्राइविंग तकनीक से बनने वाली कारों में ड्राइवरों की जरूरत नहीं होती है। इन्हें सेल्फ ड्राइविंग कारें कहा जाता है। इसकी मदद से कार अपने आप ब्रेकिंग सिस्टम, एक्सीलरेशन और स्टीयरिंग व्हील आदि को कंट्रोल कर सकती हैं।
ऐसी कारों के आने से लोगों का समय भी बचेगा। वे कार ड्राइव करने की जगह उसमें बैठकर अपना कोई भी काम कर सकेंगे। साथ ही ड्राइविंग न कर पाने वाले किसी पर निर्भर नहीं रहेंगे।