मैन्युअल और ऑटोमैटिक में कौन सी कार है बेहतर? जानिए इनके फायदे और नुकसान
क्या है खबर?
कार खरीदना लगभग सभी का सपना होता है और लोग उलझन में तब पड़ जाते हैं जब कार खरीदते समय उन्हें ऑटोमैटिक और मैन्युअल ट्रांसमिशन के विकल्प में से किसी एक को चुनना पड़े।
अगर आप भी कार खरीदने की योजना बना रहें हैं तो आपको बता दें कि सुविधाओं के मामलें में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारें बेहतर है, वहीं मैन्युअल ट्रांसमिशन वाली गाड़ियों का मेंटेनेन्स काफी हद तक सस्ता होता है।
आइये जानते हैं इनके फायदे और नुकसान।
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ऑटोमैटिक कार ट्रांसमिशन
ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन वाली कारों में क्लच नहीं दिया जाता है। ये कारें सिर्फ एक्सेलरेटर और ब्रेक के साथ आती हैं।
ऑटोमेटिक कारों में बहुत ही सिम्लीफाइड गियरबॉक्स होता है जिसमें चार मोड्स- पार्क मोड, रिवर्स मोड, न्यूट्रल मोड और ड्राइव मोड मिलते हैं, जिनकी मदद से आप इस कार को चला सकते हैं।
आपको बस मोड सेलेक्ट करके गाड़ी को एक्सेलरेटर करना है। इसके बाद कार खुद ही सेलेक्ट कर लेती है कि उसे किस स्पीड में चलना है।
फायदे
ऑटोमैटिक कार के फायदे
सुविधा के मामलें में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली गाड़ियां चलाने में काफी आसानी होती हैं।
पहली बार कार चलाने वालों के लिए ये गाड़ियां काफी बेहतर होती हैं।
इन कारों में सिर्फ दो पेडल्स होते हैं जिसके चलते कार चलाने के लिए अधिक चीजों पर ध्यान नहीं देना होता है।
आपको बता दें कि ऑटोमैटिक कारों में अगर कोई मशीनी गड़बड़ी नहीं है तो वे बीच रास्ते बंद नहीं होती हैं।
नुकसान
ऑटोमैटिक कार के नुकसान
ऑटोमैटिक कार चलाने की आदत हो जाने के बाद मैनुअल कार चलाने में असुविधा हो सकती है।
इनमें ब्रेक्स का इस्तेमाल अधिक होता है जिसके चलते इन्हें मेंटनेंस की जरूरत अधिक पड़ती है।
कैटगरी और सर्विस इंटरवल के मुताबिक ऑटोमैटिक कारों में भी ट्रांसमिशन प्लेट्स की जरूरत पड़ती है।
अगर कार की बैटरी डाउन हो गई तो इसे धक्का देकर स्टार्ट नहीं कर सकते।
ये कारें मैन्युअल कारों से महंगी होती हैं।
#2
मैन्युअल ट्रांसमिशन कार
मैनुअल ट्रांसमिशन की में आपको क्लच, ब्रेक और एक्सेलरेटर दिया जाता है जिनसे आप अपनी जरूरत के हिसाब से स्पीड कंट्रोल कर सकें।
ज्यादातर मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कार में छह गियर होते हैं जिनमें रिवर्स गियर भी शामिल होता है।
बेहतर ड्राइविंग के लिए आपको यह गियर बार-बार बदलने पड़ते हैं जिससे आप अपनी स्पीड को मेंटेन कर सकें।
इन गाड़ियों को चलाने के लिए आपको लगातार क्लच और गियर को नियंत्रित करना पड़ता है।
फायदे
मैन्युअल कार के फायदे
भारत में इन कारों का इस्तेमाल बड़ी संख्या में होता है।
मैनुअल ट्रांसमिशन कार चलाने वाले ड्राइवर ऑटोमैटिक कार आसानी से चला सकते हैं।
कुछ लोगों का मानना है कि मैनुअल ट्रांसमिशन वाली कारों को चलाने में लोगों को अधिक आनंद आता है।
इमरजेंसी के स्थिति में कुछ गियर्स कम करने पर कार आसानी से रोकी जा सकती है।
इनकी रिपेयरिंग आसान होती है और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन की तुलना में अधिक महंगी भी नहीं होती।
नुकसान
मैन्युअल कार के नुकसान
क्लच पेडल के बार बार इस्तेमाल करने के चलते ट्रैफिक में इन कारों को चलाना बहुत थकान भरा होता है।
अगर आपके कार का क्लच प्लेट्स बाहर निकल गए हैं तो इससे माइलेज पर बुरा असर पड़ता है।
अगर आप इन कारों को चलाना सीख रहे हैं तो किसी चढ़ाव या खराब रास्ते पर गियर बदलना बहुत मुश्किल भरा काम होता है और इस वजह से ड्राइविंग एक्सपीरियंस भी खराब होता है।