
काइनेटिक की यह सहायक कंपनी अब लॉन्च करेगी इलेक्ट्रिक वाहन, मिला लाइसेंस
क्या है खबर?
काइनेटिक इंजीनियरिंग (KEL) ने अपनी सहायक कंपनी काइनेटिक वाट्स एंड वोल्ट्स लिमिटेड (KWV) को ब्रांड लाइसेंस प्रदान किया है। इस तरह काइनेटिक ब्रांड इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाजार में प्रवेश कर गया है।
27 सितंबर, 2022 को स्थापित KWV अपने पोर्टफोलियो, रोलआउट रणनीति और साझेदारी का पेश करने की तैयारी कर रही है।
KEL ने अन्य प्रमोटर्स के साथ मिलकर KWV में 42.83 करोड़ रुपये का निवेश किया है और अतिरिक्त 29 करोड़ रुपये जारी करने की तैयारी में है।
समझौता
दोनों कंपनियों के बीच क्या हुआ समझौता?
समझौते के तहत KWV को 3 साल की शुरुआती अवधि के लिए अपने EV व्यवसाय के लिए काइनेटिक ब्रांड नाम और ट्रेडमार्क का उपयोग करने का नॉन-एक्सक्लूसिव अधिकार दिया गया है।
इस अवधि के अंत में दोनों कंपनियां बाजार के विकास और भविष्य की विस्तार योजनाओं के आधार पर लाइसेंस व्यवस्था की समीक्षा करेंगी।
KEL के अधिकारियों ने कहा कि यह कदम EV बाजार में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए समूह की व्यापक रणनीति के अनुरूप है।
लक्ष्य
लाइसेंस देने के पीछे क्या है कंपनी की योजना?
काइनेटिक इंजीनियरिंग की 71.83 करोड़ रुपये के कुल निवेश के साथ KWV में 80 फीसदी स्वामित्व हिस्सेदारी होगी।
कंपनी का लक्ष्य भारत की टिकाऊ परिवहन की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपनी विनिर्माण विशेषज्ञता और ब्रांड विरासत को इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में प्रगति के साथ जोड़ना है।
इसके अलावा काइनेटिक समूह ने रेंज एक्स ब्रांड के तहत बैटरी निर्माण के माध्यम से इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया है।