देश का पहला CNG ट्रैक्टर लॉन्च, ईंधन खर्च पर होगी सालाना एक लाख तक की बचत
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज देश का पहला CNG ट्रैक्टर्स लॉन्च कर दिया गया है। नितिन गडकरी के ही डीजल इंजन वाले ट्रैक्टर को CNG में बदला गया है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस CNG ट्रैक्टर के लिए पंजीकरण प्रमाण पत्र दिया है। CNG की वजह से ट्रैक्टर के ईंधन पर होने वाले खर्च को सालाना एक लाख रुपये तक कम किया जा सकता है।
किसानों की लागत होगी कम
डीजल इंजन को CNG में बदलने का कार्य रावमट टेक्नो सॉल्यूशंस और टोमासेटो अचिल इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है। सरकार का दावा है कि इस ट्रैक्टर के आने से किसानों की आमदनी बढ़ने में मदद होगी क्योंकि ट्रैक्टरों में उपयोग होने वाले ईंधन का खर्च कम होगा। बता दें देश के पहले CNG ट्रैक्टर की लॉन्चिंग के समय गडकरी के साथ केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र सिंह तोमर, परषोत्तम रुपाला और वी के सिंह भी मौजूद थे।
देश के हर जिले में होगी रेट्रो फिटमेंट केंद्र की स्थापना
सरकार ट्रैक्टरों पर CNG किट लगाने के लिए जल्द ही रेट्रो फिटमेंट केंद्रों की स्थापना करना शुरू कर देगी। सरकार की योजना है कि देश के हर जिले में ऐसा केंद्र स्थापित किया जाए। ट्रैक्टर्स में CNG किट के लग जाने से न सिर्फ किसानों का खर्चा कम होगा बल्कि प्रदूषण भी कम होगा। यह एक ऐसा ईँधन है, जो स्वच्छ है और जिसमें कार्बन और अन्य प्रदूषकों पर्दाथों की मात्रा काफी कम होती है।
क्या होंगे फायदे?
CNG ट्रैक्टर्स के आने से कई फायदे होंगे। बता दें कि इस ईंधन की कीमत अन्य ईंधनों जैसे पेट्रोल और डीजल की तुलना में कम होती है। इसके साथ ही CNG किट के साथ वाहन अच्छा माइलेज भी देता है। इस कारण CNG किट वाले ट्रैक्टर्स का उपयोग होने से किसानी पर खर्च होने वाले 1.5 लाख रुपये तक बचेगा और किसान कम लागत में अधिक कमा पाएंगे। साथ ही इससे प्रदूषण कम करने में भी मदद मिलेगी।
यहां देखिये ट्रैक्टर का लॉन्चिंग इवेंट
गडरी ने दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे को दी मंजूरी
CNG ट्रैक्टर लॉन्च करने के अलावा गडकरी ने कल दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे को मंजूरी दे दी है, जिसकी लागत 13,000 करोड़ रुपये है। गडकरी ने बताया कि इस एक्सप्रेसवे में 10 एलीवेटेड रोड बनी होंगी। इस कारण दोनों शहरों के बीच की दूरी तय करने में केवल 2.5 घंटे का समय ही लगेगा। साथ ही दिल्ली और देहरादून के बीच की दूरी 235 किलोमीटर से 210 किलोमीटर रह जाएगी। जल्द ही इसे बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।