कैसे करें पेट्रोल और डीजल की शुद्धता की जांच? अपनाएं ये आसान टिप्स
क्या है खबर?
जब भी हम अपनी कार या बाइक में तेल डलवाते हैं, तो हमारे दिमाग में यह खयाल जरूर आता है कि कहीं इस तेल में किसी तरह की मिलावट तो नहीं की गई है।
हम आपके लिए पेट्रोल और डीजल की शुद्धता की जांच करने के लिए कुछ जरूरी टिप्स लेकर आए हैं जिनकी मदद से आप कुछ ही मिनटों में आसानी से पता लगा सकते हैं कि ये मिलावटी हैं या नहीं।
तो आइये इनके बारे में जानते हैं।
फिल्टर पेपर
फिल्टर पेपर से करें मिनटों में जांच
आप फिल्टर पेपर की मदद से ही पेट्रोल और डीजल की शुद्धता की जांच कर सकते हैं। इसके लिए आपको पेट्रोल पंप के नोजल को अच्छे से साफ करना होगा।
फिर नोजल की मदद से आपको फिल्टर पेपर पर पेट्रोल या डीजल की कुछ बूंदे डालनी होंगी। आप देखेंगे की सिर्फ दो मिनट में तेल फिल्टर से उड़ जाएगा और अगर सूखने पर इस पर गहरे रंग का दाग रह जाए तो समझ लें की तेल में मिलावट है।
डेंसिटी
डेंसिटी से पता लगाए कितना शुद्ध है पेट्रोल
फिल्टर पेपर के बाद भी अगर आपको तेल की शुद्धता पर शक है तो आप डेंसिटी जार से इसकी जांच कर सकते हैं।
इसके लिए आप हाइड्रोमीटर का इस्तेमाल कर सकते हैं। हाइड्रोमीटर किसी भी तरल पदार्थ की डेंसिटी जांचने के लिए अच्छा उपकरण है। यह आपको पेट्रोल पंप पर भी मिल जायेगा।
बता दें कि कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट 1986 के अनुसार, हर ग्राहक को पेट्रोल और डीजल की शुद्धता मापने का अधिकार है।
जानकारी
क्या होनी चाहिए इनकी सही डेंसिटी?
अगर पेट्रोल की डेंसिटी 730 से 800 के बीच है, तो इसे शुद्ध माना जाएगा। लेकिन अगर यह 730 से कम या 800 से ज्यादा है तो उसमें मिलावट हो सकती है। वहीं, डीजल की डेंसिटी 830 से 900 के बीच होती है।
जानकारी
गाड़ी की उम्र घटाता है मिलावटी ईंधन
जब पेट्रोल और डीजल की कीमतें इतनी तेजी से बढ़ रही हैं तो ये सुनिश्चित करना भी बेहद जरूरी है कि हमें जो पेट्रोल-डीजल मिल रहा है वो मिलावटी तो नहीं है।
मिलावटी तेल आपके वाहन के प्रदर्शन, माइलेज और इंजन पार्ट्स पर बुरा असर डालते हैं। इससे इंजन खराब हो सकता है और गाड़ी की उम्र भी घट जाती है।
इसलिए हम वाहन मालिकों को इन्हे इस्तेमाल करने से पहले इनकी शुद्धता की जांच करने की सलाह देते हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
अगले पांच सालों में बैन हो सकता है पेट्रोल
हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच बयान देते हुए कहा था कि अगले पांच सालों में पेट्रोल का इस्तेमाल बंद हो जाएगा।
उन्होंने बयान देते हुए कहा था कि आने वाले पांच सालों में भारत से पेट्रोल को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा और इस पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।
भविष्य में विकल्प के रूप में ग्रीन हाइड्रोजन का उपयोग किया जा सकता है।