हुंडई: भारत में दूसरी सबसे अधिक गाड़ियां बेचने वाली कंपनी का कैसा रहा है सफर?
क्या है खबर?
कार निर्माता कंपनी हुंडई की आज दुनियाभर में पहचान है। यह दक्षिण कोरिया की ऑटोमोबाइल कंपनी है, जो बेहतरीन गाड़ियां बनाने के लिए जानी जाती है।
कंपनी की गाड़ियों को पूरी दुनिया में पसंद किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस कंपनी की शुरुआत कब और कैसे हुई थी? आज हम आपके लिए हुंडई कंपनी से जुड़ी कुछ खास जानकारी लेकर आए हैं।
आइये जानते हैं क्या है इस दिग्गज कार कंपनी का इतिहास।
इतिहास
1947 में शुरू हुई थी हुंडई मोटर कंपनी
हुंडई की शरुआत साल 1947 में चुंग जू-युंग ने हुंडई इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन कंपनी की स्थापना की। साल 1967 में इस गाड़ी का नाम बदलकर हुंडई मोटर कंपनी कर दिया गया।
साल 1968 तक हुंडई ने ऑटोमोबाइल उद्योग में अपना कदम नहीं रखा था। एक साल बाद किफायती और विश्वसनीय वाहन बनाने की दृष्टि से कंपनी ने दुनिया भर के उपभोक्ताओं के लिए ड्राइविंग अनुभव को बेहतर बनाने के मिशन के साथ काम शुरू किया गया।
सफर
1975 में हुंडई ने पेश की पहली गाड़ी
1970 में हुंडई ने अपने लाइनअप का विस्तार करने और अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया। कंपनी ने 1975 में अपना पहला मॉडल हुंडई पोनी पेश किया। यह एक कॉम्पैक्ट कार थी, जिसने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रियता हासिल की।
पोनी की सफलता ने हुंडई के भविष्य के प्रयासों की नींव रखी और कंपनी को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाया। जैसे-जैसे साल बीतते गए कंपनी ने गाड़ियों के विकास पर भारी निवेश करना जारी रखा।
पहचान
इन गाड़ियों ने दिलाई कंपनी को पहचान
साल 1990 का दशक हुंडई के लिए तेजी से विकास और अंतर्राष्ट्रीय पहचान का समय रहा। इस दौरान कंपनी ने वैश्विक बाजारों में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया और प्रतिस्पर्धी कीमतों पर उच्च गुणवत्ता वाले वाहन बनाने के लिए प्रतिष्ठा भी हासिल की।
हुंडई गेंट, सैंटा, एलांट्रा, सोनाटा, एक्सेंट, टक्सन, और सैंट्रो जैसी गाड़ियों को लोगों द्वारा खूब पसंद किया गया और इन गाड़ियों की जबरदस्त बिक्री के कारण हुंडई एक सफल कार कंपनी बन गई।
कदम
1996 में भारत आई कंपनी
दक्षिण कोरिया की हुंडई मोटर कंपनी ने साल 1996 में भारत कदम रखा। हुंडई ने 6 मई 1996 को तमिलनाडु में अपना पहना मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित किया।
2 साल बाद साल 1998 में कंपनी ने भारत में अपनी पहली हैचबैक कार हुंडई सैंट्रो लॉन्च किया।
भारतीय ग्राहकों को यह गाड़ी काफी पसंद आई। इसके बाद साल 1999 में कंपनी ने अपनी दूसरी गाड़ी हुंडई एक्सेंट लॉन्च की। इसके बाद धीरे-धीरे कंपनी एक के बाद एक गाड़ियां लॉन्च की।
कंपनी
वर्तमान में देश की दूसरी बड़ी कंपनी है हुंडई
वर्तमान में हुंडई देश की दूसरी कार निर्माता कंपनी है। कंपनी हर महीने 50,000 से 55,000 यूनिट्स की बिक्री करती है। जून 2023 में कंपनी ने 50,001 यूनिट्स की बिक्री करने में सफल रही थी।
भारत में हुंडई की 3 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स हैं। हुंडई भारत से 10 लाख कारों का निर्यात हासिल करने वाली पहली ऑटोमोटिव कंपनी है। कंपनी वर्तमान में 87 से अधिक देशों में कारों का निर्यात करती है।
मॉडल्स
भारत में इन गाड़ियों की बिक्री करती है हुंडई
वर्तमान में हुंडई भारत में हुंडई टक्सन, हुंडई वरना, क्रेटा और वेन्यू जैसी बेहतरीन गाड़ियों की बिक्री करती है। इसी महीने कंपनी ने अपनी एक्सटर कॉम्पैक्ट SUV को भी भारतीय बाजार में लॉन्च किया है।
इसके अलावा हुंडई आयोनिक-5 और हुंडई कोना इलेक्ट्रिक कार की भी बिक्री करती है। बता दें कि कंपनी की हुंडई i10, ग्रैंड i10, क्रेटा, वरना और वेन्यू जैसी गाड़ियां इंडियन कार ऑफ द इयर का खिताब जीत चुकी हैं।
लेटेस्ट गाड़ी
इसी महीने लॉन्च हुई है हुंडई एक्सटर
इसी महीने हुंडई ने अपनी नई एक्सटर कॉम्पैक्ट SUV को भारतीय बाजार में लॉन्च किया है। इसके बेस ट्रिम की कीमत 6 लाख रुपये और टॉप स्पेक की कीमत 9.32 लाख रुपये (कीमतें एक्स-शोरूम) रखी गई है।
एक्सटर को 5 ट्रिम्स- EX, S, S(O), SX और SX(O) (कनेक्ट) में 6 सिंगल-टोन और 3 ड्यूल-टोन रंग में पेश किया गया है और इसका मुकाबला टाटा पंच और मारुति सुजुकी फ्रोंक्स से होगा।