क्या फोर्ड मोटर कंपनी के बारे में ये रोचक तथ्य जानते हैं आप?
फोर्ड मोटर कंपनी को कौन नहीं जानता, अमेरिका की ऑटोमेकर फोर्ड कंपनी लगभग 118 वर्षों से अधिक समय से वाहनों का निर्माण कर रही है और साल दर साल कंपनी ने बेहतरीन कारें बनाई हैं। यहां तक कि 'ले मैंस' रेस में इसने फरारी को भी पछाड़ दिया था। कंपनी ने पहले और दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जहाजों और युद्धक वाहनों का निर्माण भी किया था। इस दिग्गज ब्रांड के कुछ दिलचस्प तथ्यों पर एक नजर डालते हैं।
फोर्ड का इतिहास
फोर्ड की स्थापना 1903 में मिशिगन के डेट्रायट में हेनरी फोर्ड और उनके बेटे एडसेल सहित 12 लोगों द्वारा की गई थी। शुरुआत में हेनरी के पास 25.5% हिस्सेदारी थी, लेकिन 1919 में हेनरी और उनके बेटे ने अन्य सभी मालिकों के हिस्सेदारी को खरीद लिया, जिससे फोर्ड मोटर कंपनी इनकी पारिवारिक व्यवसाय बन गई। कंपनी, फोर्ड और लिंकन जैसे ब्रांडों के तहत अपने सभी वाहनों को बेचती है और कई अन्य ऑटोमोबाइल कंपनियों में प्रमुख हिस्सेदारी रखती है।
क्वाड्रिसाइकिल से मॉडल T तक
एडिसन इल्यूमिनेटिंग कंपनी में थॉमस एडिसन के तहत काम करते हुए हेनरी फोर्ड ने साल 1896 में 4 साइकिल पहियों के साथ गैस से चलने वाले 4hp के इंजन की मदद से एक क्वाड्रिसाइकिल का निर्माण किया। कंपनी ने इस क्वाड्रिसाइकिल के बाद इसके अपडेटेड वेरिएंट मॉडल T को लॉन्च किया और इसकी कीमत 260 डॉलर रखी गयी। कंपनी के रिपोर्ट्स के अनुसार अब तक 1.6 करोड़ से अधिक मॉडल T बेचे जा चुके हैं।
हेनरी बने मूविंग असेंबली लाइन के आविष्कारक
हेनरी फोर्ड को श्रेय दिया जाता है कि मूविंग असेंबली लाइन के पीछे इन्हीं का दिमाग था। हेनरी फोर्ड ने कारखानों में असेंबल होने वाली कारों के तरीके को ही बदल दिया, जिससे वाहन के उत्पादन में एक बड़ा सुधार हुआ। आपको यह बात बिलकुल हैरान कर देगी कि उनके इस विचार ने एक कार के उत्पादन समय को 700 मिनट से घटाकर लगभग 90 मिनट तक कम कर दिया था।
फोर्ड की रेसिंग कारें
फोर्ड कंपनी की लोकप्रियता की बात करें तो फोर्ड ने दुनिया की सबसे पुरानी स्पोर्ट्स कार रेस 'ले मैंस' के 24 घंटे की रेस में पोर्शे, लेम्बोर्गिनी और फरारी जैसी दिग्गज कंपनियों की कारों को पछाड़ दिया था। 1966 में जब फोर्ड ने अपने GT40 के साथ रेस में प्रवेश किया तो उसने फरारी की छह साल की जीत के सिलसिले को समाप्त कर यह खिताब अपने नाम किया। फोर्ड ने लगातार चार वर्षों तक इस चैंपियनशिप का खिताब जीता।
फोर्ड: कारों से लेकर युद्ध वाहनों तक
हेनरी फोर्ड को मशीन से बानी सभी चीजों से प्यार था और उनके नाम पर 161 पेटेंट रिकॉर्ड हैं। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान फोर्ड ने अमेरिका के लिए हवाई जहाज बनाना शुरू किया और हजारों फोर्ड मॉडल T का निर्माण किया, जिनका उपयोग एम्बुलेंस, डिलीवरी ट्रक और युद्ध वाहनों के रूप में किया गया था। द्वितीय विश्व युद्ध में भी कंपनी ने B-24 लिबरेटर बमवर्षक, 86,000 से अधिक विमान और 57,000 हवाई जहाज के इंजन बनाए थे।
वर्तमान में फोर्ड मोटर कंपनी
फोर्ड कंपनी दिग्गज वहान निर्माता कंपनी में से एक है। कंपनी के वाहनों को विश्व-भर में पसंद किया जाता है। वर्तमान में जेम्स "जिम" डी. फ़ार्ले जूनियर फोर्ड मोटर कंपनी के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। फोर्ड मोटर कंपनी का टर्न ओवर (2020) लगभग 127 बिलियन अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ष है। कंपनी का मुख ऑफिस डियरबॉर्न, मिशिगन, संयुक्त राज्य अमेरिका में है वही, भारत में कंपनी का मुख्य ऑफिस तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में है।