
देश में बढ़ रही सनरूफ फीचर वाली गाड़ियों की मांग, बिक्री में आधी से ज्यादा हिस्सेदारी
क्या है खबर?
प्राकृतिक नजारों का लुत्फ उठाने के लिए देश में सनरूफ से लैस कारों की मांग में इजाफा हो रहा है।
इसी को देखते हुए कार निर्माता भी नई कारों में से आधी में इस सुविधा की पेशकश कर रही हैं।
वर्तमान में लग्जरी कारों में से बिकने वाली एक चौथाई से अधिक में सनरूफ दिया जा रहा है, जो 5 साल पहले 7 फीसदी थीं। जिन मॉडल्स में यह सुविधा उपलब्ध है, उनकी बिक्री 55 फीसदी ज्यादा है।
बिक्री में हिस्सेदारी
ऐसी रहती है बिक्री में हिस्सेदारी
सनरूफ वाले वेरिएंट में मिड-साइज सेडान की बिक्री का 77 फीसदी, प्रीमियम सेडान की 100 फीसदी, कॉम्पैक्ट SUV की 52 फीसदी, मिड-साइज SUV की 65 फीसदी और MPV की 23 फीसदी बिक्री में शामिल हैं।
हाल ही में लॉन्च हुई हुंडई क्रेटा फेसलिफ्ट की कुल बुकिंग में सनरूफ वेरिएंट की मांग 70 फीसदी से ज्यादा है।
इसके अलावा, ग्रैंड विटारा, हुंडई वरना और टाटा अल्ट्रोज जैसे मॉडल्स की बिक्री का 40-95 फीसदी हिस्सा सनरूफ ट्रिम्स से मिल रहा है।
बयान
सनरूफ को टॉप फीचर मानते हैं ग्राहक
S&P ग्लोबल मोबिलिटी के एसोसिएट डायरेक्टर गौरव वांगल के अनुसार, सनरूफ और मूनरूफ भारतीय उपभोक्ताओं के लिए ट्रेंडिंग कॉन्सेप्ट हैं।
कार खरीदार इसे एक टॉप फीचर के रूप में देखते हैं, जिससे इस सुविधा के प्रति रुझान बढ़ गया है।
हुंडई मोटर इंडिया के मुख्य परिचालन अधिकारी तरुण गर्ग ने कहा, "वाहन की कीमतें बढ़ गई हैं, लेकिन उपभोक्ता आज कनेक्टेड सुविधाएं, एडवांस तकनीक, सेफ्टी सहित सब कुछ चाहते हैं और इसके लिए अधिक भुगतान करने को तैयार हैं।"