वीगर मुस्लिम: UN रिपोर्ट में चीन पर गंभीर आरोप, मानवता के खिलाफ अपराध की आशंका जताई
बुधवार को जारी की गई अपनी एक रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र (UN) ने चीन पर मुस्लिम बहुल शिनजियांग प्रांत में मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन का आरोप लगाया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जांचकर्ताओं को प्रांत में वीगर मुस्लिमों पर अत्याचार के विश्वसनीय सबूत मिले हैं जिन्हें "मानवता के खिलाफ अपराध" कहा जा सकता है। चीन ने इस रिपोर्ट को खारिज करते हुए इसे पश्चिमी देशों का तमाशा बताया है।
रिपोर्ट में क्या कहा गया है?
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (OHCHR) ने इस रिपोर्ट के तैयार किया है। इसमें कहा गया है कि आतंक-रोधी और उग्रवाद-रोधी रणनीतियों के नाम पर शिनजियांग वीगर स्वायत्त क्षेत्र (XUAR) में गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन किए जाने की संभावना है। रिपोर्ट में वीगर मुस्लिमों के लिए बनाए गए तथाकथित "वॉकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग सेंटर्स" भी सवाल उठाए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इन सेंटर्स में अत्याचार, बुरे व्यवहार और यौन और लिंग आधारित हिंसा के आरोप विश्वसनीय हैं।
रिपोर्ट में और क्या-क्या कहा गया?
रिपोर्ट में चीन पर अस्पष्ट राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनों के जरिए अल्पसंख्यकों के अधिकारों का हनन करने और परिवार नियोजन और जन्म नियंत्रण की नीतियां भेदभावपूर्ण तरीके से लागू करने का आरोप भी लगाया गया है। इसमें नीतियों के जरिए प्रजनन के अधिकारों का उल्लंघन करने का आरोप भी लगाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, वीगर और अन्य प्रमुख मुस्लिम समुदायों के सदस्यों की मनमानी और भेदभावपूर्ण हिरासत की कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय अपराध और मानवता के खिलाफ अपराध हो सकती है।
चीन से लोगों को तुरंत रिहा करने की अपील, अंतरराष्ट्रीय समुदाय से ध्यान देने को कहा
UN ने अपनी रिपोर्ट में चीन से डिटेंशन सेंटर्स में बंद लोगों को तुरंत रिहा करने की अपील की है। इसके अलावा UN के अन्य अंतर-राष्ट्रीय निकायों, मानवाधिकार व्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से शिनजियांग पर तुरंत ध्यान देने को कहा है।
चीन ने रिपोर्ट पर क्या प्रतिक्रिया दी?
चीन ने इस रिपोर्ट को खारिज किया है। UN में चीन के राजदूत झांग जूं ने कहा कि इसे राजनीतिक प्रेरणा से तैयार किया गया है और इसका मकसद चीन की स्थिरता को कमजोर करने और उसके विकास को रोकना है। वहीं चीनी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि ये चीन को बदनाम करने की कोशिश कर रहीं चीन विरोधी ताकतों के प्रयासों का ताजा उदाहरण है। चीन ने OHCHR को ठग और अमेरिका का साथी बताया है।
चीन ने की थी रिपोर्ट को दबाने की कोशिश
बता दें कि इस रिपोर्ट के तैयार करने में एक साल लगा है और चीन ने इसे दबाने की पूरी कोशिश की थी। अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, चीन ने पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बैचेलेट को पत्र लिख इस रिपोर्ट को दबाने को कहा था। इस पत्र पर लगभग 40 अन्य देशों ने हस्ताक्षर किए, हालांकि बैचेलेट झुकी नहीं और अपना कार्यकाल खत्म होने से मात्र 13 मिनट पहले इस रिपोर्ट को जारी कर दिया।