
हार्वर्ड विश्वविद्यालय जाने वालों के लिए ट्रंप प्रशासन का नया फरमान, जानिए क्या है मामला
क्या है खबर?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने सोच रहे आवेदकों के लिए एक नया फरमान जारी कर दिया है।
अब से संघीय अधिकारी विश्वविद्यालय में जाने, काम करने या वहां जाने की तैयारी करने वाले वीजा आवेदकों के सोशल मीडिया अकाउंट्स की समीक्षा करेंगे।
वे पता लगाएंगे कि इनमें यहूदी विरोधी भावना पर तो जोर नहीं दिया जा रहा है। यह ट्रंप और आइवी लीग स्कूल के बीच बढ़ते टकराव का एक और ताजा मामला है।
आदेश
क्या दिया गया है आदेश?
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के बयान में विश्वविद्यालय पर परिसर से हिंसा और यहूदी विरोधी भावना को दूर रखने में विफल रहने का आरोप लगाया है।
इसमें कहा गया है कि सोशल मीडिया जांच उपाय से वाणिज्य दूतावास अधिकारियों को उन अपराधों के इतिहास वाले आवेदकों की पहचान करने और अमेरिकी वीजा कानून के तहत उनकी पात्रता पर उचित रूप से विचार करने में मदद मिलेगी।
यह उपाय सभी अमेरिकी दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों को भेजा गया है।
विस्तार
आदेश का आगे भी होगा विस्तार
आदेश के अनुसार, यह तुरंत प्रभाव से लागू हो गया और एक पायलट कार्यक्रम के रूप में काम करेगा, जिसे और व्यापक रूप से विस्तारित किया जा सकता है।
इस आदेश को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
हार्वर्ड विश्वविद्यालय व्हाइट हाउस की उन उच्च विद्यालयों में बदलाव की मांग को खुले तौर पर नकारने वाला पहला विश्वविद्यालय था, जिनकी प्रशासन ने उदारवाद और यहूदी-विरोधी भावना के गढ़ के रूप में आलोचना की है।