नॉर्वे के इस द्वीप में 3 महीनों तक नहीं होता सूर्यास्त, 24 घंटे रहता है उजाला
क्या है खबर?
दुनियाभर में आपने बहुत-सी अजीबोगरीब चीजें सुनी होंगी, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी अजीब जगह के बारे में बताने वाले हैं, जहां सूर्यास्त ही नहीं होता है। हालांकि, ऐसा सिर्फ कुछ महीनों तक ही होता है।
यकीनन ये बात जानकर आपके जहन में कई सवाल आ रहे होंगे या आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा कैसे हो सकता है, लेकिन यह सच है कि नॉर्वे में मौजूद सोमारोय द्वीप में ऐसा ही होता है।
समय
मई से जुलाई तक नहीं होता सूर्यास्त
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमारोय द्वीप में मई से जुलाई महीने तक सूरज शाम के समय डूबने की बजाय 24 घंटे चमकता रहता है। वहीं सर्दियों में यहां पर 3 महीनों तक सूरज दिखाई ही नहीं देता है।
इस वजह से यह जगह लोगों के आकर्षण का केंद्र भी रहती है और इस अद्भुत नजारे को देखने के लिए दुनियाभर के पर्यटक यहां यात्रा के लिए आते हैं।
इस दौरान यहां के लोगों की जिंदगी काफी अलग हो जाती है।
टाइम जोन
टाइम जोन से मुक्त है यह द्वीप
खूबसूरत समंदर और प्राकृतिक नजारों के बीच यह द्वीप 84 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है और यहां की आबादी 300-350 लोगों की है।
कुछ साल पहले ही इस पूरे द्वीप को टाइम जोन से मुक्त कर दिया गया था। इस कारण यहां रात के 2 बजे भी लोग फोन पर आराम से बात करते हैं, कभी-भी सड़कों पर बच्चे फुटबॉल खेलते हैं, सड़कों पर टहलते हैं और आधी रात को बीच पर सूरज के नजारे का लुत्फ उठाते हैं।
जानकारी
किसी के लिए भी नहीं होती समय की कोई पाबंदी
टाइम जोन से मुक्त होने के बाद यहां की दुकानों और स्कूलों को खोलने और बंद करने का कोई निर्धारित समय नहीं रहता है। यहां पर्यटकों के लिए भी समय की कोई पाबंदी नहीं रहती है।
रात नहीं होने की वजह से यहां हर वक्त चहल-पहल रहती है, इसलिए पर्यटक जब चाहें यहां के अद्भुत नजारों का लुत्फ उठा सकते हैं।
बता दें, पर्यटक यहां पर सी सफारी, फिशिंग ट्रिप समेत कई रोमांचक चीजों का आनंद भी ले सकते हैं।
सूरज का महत्व
न्यूजबाइट्स प्लस
धरती की तरह सूरज ठोस नहीं है। इसके अंदर 74 प्रतिशत हाइड्रोजन, 24 प्रतिशत हीलियम और बाकी दो प्रतिशत में लोहा, निकल, ऑक्सीजन, सिलिकॉन, सल्फर, मैग्नीशियम, कार्बोनेट कैल्शियम और नियोन जैसे तत्व मौजूद है।
धरती पर जीवन के लिए सूरज जरूरी है और इसके बिना जीवन संभव नहीं है। पेड़-पौधे इसी की रोशनी की मदद से खाना बनाते हैं। सूरज धरती के जलवायु को प्रभावित करता है।
अगर सूरज न हो तो धरती बिल्कुल ठंडी और अंधेरी हो जाएगी।