यहाँ हेलमेट पहनकर सस्ता प्याज़ बेच रहे हैं कर्मचारी, वजह जानकर हो जाएँगे हैरान
क्या है खबर?
रोज़ाना इस्तेमाल होने वाले प्याज़ की क़ीमतों में आग लगी हुई है। वर्तमान में प्याज़ की खुदरा क़ीमत 89-90 रुपये पहुँच गई है।
इस वजह से कई लोगों की पहुँच से प्याज़ काफ़ी दूर हो गया है। इसी बीच सस्ता प्याज़ बेचने वालों को जान का ख़तरा भी सता रहा है।
हाल ही में एक ऐसा मामला बिहार के पटना में देखा गया है, जहाँ कर्मचारी हेलमेट पहनकर सस्ता प्याज़ बेच रहे हैं।
आइए जानें।
मामला
शरारती तत्वों ने कर्मचारियों पर किया था पथराव
जानकारी के अनुसार, लोगों को सस्ता प्याज़ बेच रहे बिस्कोमान के कर्मचारियों को सुरक्षा का डर सताने लगा है।
शनिवार को विभिन्न स्टॉल पर प्याज़ बेच रहे कर्मचारी इसी वजह से हेलमेट पहने दिखे।
दरअसल, यहाँ पिछले दिनों प्याज़ लूटने की कोशिश भी हुई थी। इसके साथ ही कुछ शरारती तत्वों ने प्याज़ बेचने वाले कर्मचारियों पर पथराव भी किया था।
जिसके बाद से अपने बचाव में कर्मचारियों ने हेलमेट पहनना शुरू किया।
ख़रीदार
सस्ता प्याज़ ख़रीदने के लिए उमड़ रही है लोगों की भीड़
ख़बरों के अनुसार, पटना में प्याज़ की कीमत 80-100 रुपये किलो तक पहुँच गई है।
बिस्कोमान बीते एक सप्ताह से गांधी मैदान के पास स्थित भवन के बाहर और शहर के अन्य इलाकों में सस्ते दाम पर प्याज़ बेच रहा है।
बिस्कोमान द्वारा 35 रुपये किलो की कीमत से प्याज़ बेच रहा है। इतना सस्ता प्याज़ ख़रीदने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है।
बता दें कि सस्ता प्याज़ बेचने का सिलसिला शनिवार शाम तक जारी रहेगा।
बिक़्री
शनिवार था प्याज़ की बिक़्री का आख़िरी दिन
बिस्कोमान केंद्र पर एक व्यक्ति को दो किलो प्याज़ दिया जा रहा है। बिक्री का समय शनिवार शाम तक होने की वजह से लगभग सभी केंद्रों पर भीड़ देखी गई।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रशासन से सहयोग न मिलने की वजह से बिस्कोमान ने प्याज़ की बिक्री बंद करने का निर्णय लिया है।
इसकी वजह से ज़्यादातर लोग पहले ही प्याज़ ख़रीदकर स्टॉक में रखने के लिए वहाँ सुबह से ही जमा हो रहे हैं।
बयान
प्रशासन नहीं कर रहा सहयोग- चेयरमैन
बिस्कोमान के चेयरमैन डॉ. सुनील कुमार सिंह ने बाताया, "रोज़ 50 से 60 हज़ार लोग प्याज़ ख़रीद रहे थे, लेकिन प्रशासन ने विधि व्यवस्था बिगड़ने की बात कहकर प्याज़ बेचने के अलावा पार्किंग, पेयजल, सुरक्षा व्यवस्था की ज़िम्मेदारी भी बिस्कोमान के कंधों पर डाल दिया।"
उन्होंने आगे कहा, "प्रशासन ने असहयोगात्मक रवैए को देखते हुए बिक़्री बंद करने का निर्णय लिया है।"
यक़ीनन इसकी वजह से लोगों को काफ़ी परेशानी होने वाली है।