युवराज सिंह ने लिखी BCCI को चिट्ठी, विदेशी लीग्स में खेलने की मांगी अनुमति
भारत के दिग्गज खिलाड़ी युवराज सिंह ने हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी और उन्होंने यह भी कहा था कि वह IPL में भी नहीं खेलेंगे। हालांकि, युवराज ने कहा था कि वह विदेशी टी-20 लीग्स में खेलने की इच्छा रखते हैं। युवराज ने अब बोर्ड ऑफ क्रिकेट कंट्रोल इन इंडिया (BCCI) को पत्र लिखकर विदेशी टी-20 लीग्स में खेलने की अनुमति मांगी है।
अनुमति मिलने में नहीं आनी चाहिए कोई अड़चन- BCCI सूत्र
युवराज ने पिछले हफ्ते इंटरनेशनशल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद क्रिकेट का लुत्फ उठाते रहने के लिए विदेशी टी-20 लीग्स में खेलने की इच्छा जाहिर की थी। BCCI के एक सूत्र के मुताबिक युवराज ने मंगलवार को एक पत्र लिखा। सूत्र ने कहा, "उन्होंने कल बोर्ड को पत्र लिखा। फिलहाल वह इंटरनेशनल और IPL क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं तो उन्हें विदेशी लीग्स में खेलने की अनुमति मिलने में कोई अड़चन नहीं आनी चाहिए।"
BCCI ने लगा रखी है अपने खिलाड़ियों पर विदेशी लीग में खेलने पर रोक
BCCI के नियमों के मुताबिक बोर्ड में रजिस्टर कोई भी खिलाड़ी बिना बोर्ड की इजाजत के विदेश में नहीं खेल सकता है। बोर्ड मे अपने खिलाड़ियों पर विदेश में खेलने पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है। पिछले महीने उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी और IPL में कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए खेलने वाले रिंकू सिंह को अबू धाबी में बिना बोर्ड की इजाजत के खेलने के कारण तीन महीनों के लिए बैन कर दिया गया था।
सहवाग और जहीर खेल चुके हैं विदेशी लीग्स
भले ही BCCI ने अपने सभी एक्टिव खिलाड़ियों को विदेशी लीग्स में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं दी है, लेकिन संन्यास ले चुके खिलाड़ियों को खेलने की अनुमति दे दी जाती है। हाल ही में पूर्व विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग और दिग्गज तेज गेंदहाज जहीर खान को दुबई में टी-10 लीग में खेलते हुए देखा गया था। ताज्जुब की बात नहीं होगी यदि जल्द ही युवराज भी किसी विदेशी लीग में खेलते दिख जाएं।
कैरेबियन प्रीमियर लीग के ड्राफ्ट से इरफान पठान को वापस लेना पड़ा था नाम
इरफान पठान ने कैरेबियन प्रीमियर लीग के ड्राफ्ट में अपना नाम दिया था और ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे। हालांकि, वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सक्रिय हैं और उन्होंने अब तक इंटरनेशनल क्रिकेट से भी संन्यास नहीं लिया है। BCCI ने उन्हें ड्रॉफ्ट से अपना नाम वापस लेने को कहा था और यही कारण है कि वह लीग का हिस्सा नहीं बन पाए।