
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में शतक जड़ने वाले सबसे युवा बल्लेबाजों पर एक नजर
क्या है खबर?
टेस्ट क्रिकेट को बल्लेबाजों की असली परीक्षा माना जाता है, जहां अनुभव और धैर्य की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। ऐसे में जब कोई युवा खिलाड़ी बेहद कम उम्र में शतक जड़ता है तो वह पूरी दुनिया का ध्यान खींच लेता है। जिम्बाब्वे के खिलाफ लुआन‑ड्रे प्रीटोरियस ने सिर्फ 19 साल और 93 दिन की उम्र में शतक लगा दिया। इस बीच आइए टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले बल्लेबाजों पर नजर डालते हैं।
#1
मोहम्मद अशरफुल (17 साल और 61 दिन)
पहले स्थान पर बांग्लादेश क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज मोहम्मद अशरफुल हैं। उन्होंने साल 2001 में श्रीलंका क्रिकेट टीम के खिलाफ 17 साल और 61 दिन की उम्र में शतक जड़ दिया था। कोलंबो में खेले गए उस मैच की दूसरी पारी में अशरफुल ने 212 गेंदों का सामना किया था और 114 रन बनाए थे।उनके बल्ले से 16 चौके निकले थे। इस शतक के बावजूद बांग्लादेश की टीम पारी और 137 रनों से मुकाबला हार गई थी।
#2
मुश्ताक मोहम्मद (17 साल 78 दिन)
दूसरे स्थान पर पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज मुश्ताक मोहम्मद हैं। उन्होंने 17 साल और 78 दिन की उम्र में भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ शतक जड़ दिया था। उन्होंने यह पारी साल 1961 में दिल्ली में खेली थी। पहली पारी में भारतीय टीम ने 463 रन बनाए थे। जवाब में मोहम्मद ने 205 गेंदों का सामना किया और 101 रन बनाए। उनके बल्ले से 19 चौके निकले थे। ये मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ था।
#3
सचिन तेंदुलकर (17 साल 107 दिन)
तीसरे स्थान पर भारतीय टीम के पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर हैं। उन्होंने सिर्फ 17 साल और 107 दिन की उम्र में 119* रन की पारी खेली थी। उनकी ये पारी इंग्लैंड के खिलाफ साल 1990 में आई थी। उन्होंने 189 गेंदों का सामना किया और उनके बल्ले से 17 चौके निकले थे। तेंदुलकर ने ये रन भारतीय टीम की दूसरी पारी में बनाए थे। टीम 408 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही थी। ये मुकाबला ड्रॉ रहा था।
#4
हैमिल्टन मसाकाद्जा (17 साल 352 दिन)
चौथे स्थान पर जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के हैमिल्टन मसाकाद्जा हैं। उन्होंने साल 2001 में वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ 17 साल और 352 दिन की उम्र में 119 रन की पारी खेली थी। जिम्बाब्वे की पहली पारी सिर्फ 131 रन पर समाप्त हो गई थी। जवाब में वेस्टइंडीज ने 347 रन बनाए थे। मसाकाद्जा ने दूसरी पारी में 316 गेंदों में 12 चौकों की मदद से ये रन बनाए थे। ये मैच ड्रॉ रहा था।