चेन्नई सुपर किंग्स को चेन्नई में हराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है, आंकड़ो से जानिए
IPL 2019 के 23वें मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स ने कोलकाता नाइट राइडर्स को 7 विकेट से हरा कर प्वाइंट टेबल में शीर्ष स्थान हासिल कर लिया है। इस जीत के साथ ही CSK ने ये साबित कर दिया कि उसे चेन्नई में हराना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है। इस सीज़न में अभी तक CSK ने चेन्नई में चार मैच खेले हैं और सभी में उसे जीत मिली है। जानिए क्यों CSK को चेन्नई में हराना आसान नहीं है।
चेन्नई में कमाल का प्रदर्शन करती है CSK
चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में CSK ने अब तक कुल 55 मैच खेले हैं, जिनमें 38 मैचों में CSK को जीत मिली है। वहीं अगर इस मैदान पर CSK के पिछले 17 मैचों की बात करें, तो 16 मैच CSK ने जीते हैं और सिर्फ एक मैच में उसे हार मिली है। घर में खेलते हुए चेन्नई का जीत प्रतिशत 66.98% का रहा है, जो IPL में किसी भी टीम का घर में दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
घर में जीत प्रतिशत के मामले में दूसरे नंबर पर है CSK
घर में खेलते हुए CSK ने 66.98% मैच जीते हैं। जीत प्रतिशत के मामले में CSK दूसरे नंबर पर है। IPL में घर में खेलते हुए राजस्थान ने सबसे ज़्यादा 68.18% मैच जीते हैं। लेकिन अगर पिछले दो साल के प्रदर्शन की बात करें, तो चेन्नई ने घर में 93% मैच जीते हैं। दिल्ली ने सबसे कम 44.57%, RCB ने 47.71% , पंजाब ने 51.19%, कोलकाता ने 56.99%, SRH ने 61.22% और मुंबई ने 58.51% मैच घर में जीते हैं।
चेन्नई को मिलता है शानदार क्राउड सपोर्ट
CSK को अपने घरेलू मैदान पर शानदार क्राउड सपोर्ट मिलता है। चेन्नई के घरेलू फैन इतने लॉयल हैं कि वह हर परिस्थिति में अपनी टीम को सपोर्ट करते हैं। 2015 में बैन के बाद 2018 में चेन्नई के क्राउड सपोर्ट में कोई कमी नहीं आई।
कप्तान धोनी के कारण CSK को मिलती है सफलता
एम एस धोनी अपनी चतुर कप्तानी के कारण ही दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में गिने जाते हैं। धोनी एमए चिदंबरम की इस पिच को अच्छी तरह से जानते और समझते हैं। इसीलिए पिच को देखते हुए धोनी यहां तीन स्पिनर्स के साथ उतरते हैं। धोनी के इस फैसले को उनके स्पिनर्स ने अपने प्रदर्शन से सही भी साबित किया है। इस सीज़न में घर में खेलते हुए 4 मैचों में CSK के स्पिनर्स ने 16 विकेट लिए हैं।
धोनी की कप्तानी में निखर जाता है हर खिलाड़ी का प्रदर्शन
धोनी अपने खिलाड़ियों पर इतना विश्वास दिखाते हैं कि उनकी कप्तानी में खेलते ही हर खिलाड़ी का प्रदर्शन निखर जाता है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद जब शेन वाटसन RCB का हिस्सा बने, तो उन्होंने IPL 2016 और IPL 2017 में बेहद खराब प्रदर्शन किया, जिसके बाद टीम ने उन्हें रिलीज़ कर दिया था। लेकिन पिछले साल चेन्नई में आते ही वाटसन ने 15 मैचों में 555 रन बना दिए। साथ ही 6 विकेट भी अपने नाम किए।
भारतीय बल्लेबाज़ों का बेहतरीन संयोजन
एमए चिदंबरम स्टेडियम की पिच स्पिनर्स के अनुकूल होती है, जिससे विदेशी खिलाड़ियों को खेलने में काफी दिक्कत होती है। अन्य टीम की अपेक्षा CSK में बेहतरीन भारतीय खिलाड़ी हैं, जो स्पिन को अच्छा खेलते हैं। जिससे चेन्नई के जीत के चांस बढ़ जाते हैं।