
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ICC टूर्नामेंट के फाइनल में इन बल्लेबाजों ने लगाए हैं शतक
क्या है खबर?
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के तीसरे चक्र के फाइनल में शुरुआती 2 दिन गेंदबाजों का जलवा देखने को मिला।
हालांकि, तीसरे दिन लॉर्ड्स की पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल नजर आई।
इसी क्रम में जीत के लिए मिले 282 रन के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए एडेन मार्करम ने शतक लगाया।
इस बीच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ICC टूर्नामेंट के फाइनल में शतक लगाने वाले बल्लेबाजों के बारे में जानते हैं।
#1
क्लाइव लॉयड (विश्व कप 1975)
पहली बार वनडे विश्व कप साल 1975 में खेला गया था, जिसके फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को वेस्टइंडीज के खिलाफ हार मिली थी।
लॉर्ड्स में खेले गए उस फाइनल में वेस्टइंडीज के कप्तान क्लाइव लॉयड ने 85 गेंदों में 102 रन की तेज शतकीय पारी खेली थी।
उनकी उम्दा बल्लेबाजी के चलते कैरेबियाई टीम ने पहले खेलते हुए 291/8 का स्कोर बनाया था।
जवाब में कंगारू टीम 274 रन बनाकर ऑलआउट हुई थी।
#2
अरविंद डिसिल्वा (विश्व कप 1996)
साल 1996 में खेले गए वनडे विश्व कप में श्रीलंका क्रिकेट टीम ने खिताब जीता था। फाइनल में श्रीलंकाई टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से शिकस्त दी थी।
मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए 241/7 का स्कोर बनाया था।
जवाब में श्रीलंका से अरविंद डिसिल्वा ने 124 गेंदों में नाबाद 107 रन बनाए थे। उनकी पारी की मदद से श्रीलंकाई टीम ने 46.2 ओवर में लक्ष्य हासिल किया था।
#3
एडेन मार्करम (WTC 2025)
जीत के लिए मिले 282 रन के चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करते हुए मार्करम ने एक छोर से डटकर बल्लेबाजी की। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के खिलाफ मौके मिलने पर रन बटोरे।
उन्हें दूसरे छोर से तेम्बा बावुमा का अच्छा साथ मिला। लॉर्ड्स के मैदान पर मैच के तीसरे दिन के तीसरे सत्र के दौरान उन्होंने अपनी पारी को शतक में तब्दील किया।
तीसरे दिन के खेल की समाप्ति तक वह 159 गेंदों में 102 रन बनाकर नाबाद रहे।
रिकॉर्ड्स
WTC फाइनल में शतक जड़ने वाले तीसरे बल्लेबाज बने मार्करम
मार्करम अब WTC के फाइनल में शतक जड़ने वाले सिर्फ तीसरे बल्लेबाज बने हैं। उनसे पहले ट्रेविस हेड (163) और स्टीव स्मिथ (121) ने WTC 2021-23 के फाइनल में भारत के खिलाफ शतक लगाए थे।
मार्करम लॉर्ड्स के मैदान पर टेस्ट की चौथी पारी में शतक लगाने वाले विश्व के छठे और दक्षिण अफ्रीका के पहले बल्लेबाज बने।
उनसे पहले गॉर्डन ग्रीनिज (1984), रॉय फ्रेडरिक्स (1976), माइकल क्लार्क (2009), अजीत अगरकर (2002) और डॉन ब्रैडमैन (1938) ऐसा कर चुके हैं।