रणजी ट्रॉफी: फाइनल में होगा संपूर्ण DRS का इस्तेमाल, 2019-20 में दिया गया था लिमिटेड DRS
क्या है खबर?
बंगाल क्रिकेट टीम और सौराष्ट्र के बीच होने वाले रणजी ट्रॉफी में डिसीजन रीव्यू सिस्टम (DRS) का इस्तेमाल किया जाएगा। 2019-20 सीजन के सेमीफाइनल और फाइनल में भी DRS का इस्तेमाल किया गया था।
इस बार बोर्ड ने संपूर्ण DRS का इस्तेमाल करने की सुविधा दी है क्योंकि 2019-20 में लिमिटेड DRS ही मौजूद था। 2019-20 में बॉल ट्रैकिंग और अल्ट्राऐज की सुविधा नहीं दी गई थी। DRS के लिए इन दो चीजों को सबसे अहम माना जाता है।
DRS
क्यों हर मैच में नहीं दिया जाता DRS?
2018-19 सीजन में टीमों ने लगातार खराब अंपायरिंग की शिकायत की थी जिसके बाद बोर्ड ने 2019-20 में DRS लागू किया। इस बार फाइनल में इसमें और भी सुधार किया गया है।
घरेलू सीजन काफी बड़ा होता है और एक दिन में लगभग 18-19 मैच खेले जाते हैं। सारे मैचों का लाइव प्रसारण भी नहीं होता है और ब्रॉडकास्ट की सुविधा नहीं होने के चलते DRS लागू कर पाना भी संभव नहीं है।