रणजी ट्रॉफी फाइनल: हार टालने के लिए बंगाल का संघर्ष जारी, ऐसा रहा तीसरा दिन
बंगाल और सौराष्ट्र क्रिकेट टीम के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन्स में रणजी ट्रॉफी 2022-23 का फाइनल मुकाबला खेला जा रहा है। तीसरे दिन स्टंप्स के समय बंगाल ने अपनी दूसरी पारी में चार विकेट खोकर 169 रन बना लिए हैं और वह अभी भी सौराष्ट्र की पहली पारी के स्कोर से 61 रन पीछे है। तीसरे दिन मनोज तिवारी 57 रन और शाहबाज अहमद 13 रन बनाकर नाबाद रहे हैं। आइए तीसरे दिन के खेल पर नजर डालते हैं।
सौराष्ट्र ने पहली पारी में बनाए थे 404 रन
सौराष्ट्र की पहली पारी 404 रन पर समाप्त हुई थी। अर्पित वासवदा ने सबसे ज्यादा 81 रन बनाए। उन्होंने 156 गेंदों का सामना करते हुए 11 चौके लगाए। चिराग जानी ने 60 और शेल्डन जैक्सन ने 59 रन बनाए। हार्विक देसाई ने 50 रन की पारी खेली। बंगाल की ओर से मुकेश कुमार ने 4 विकेट लिए। आकाशदीप और इशान पोरेल को 3-3 विकेट मिले। पहली पारी में बंगाल सिर्फ 174 रन पर ऑलआउट हो गई थी।
बंगाल की दूसरी पारी लड़खड़ाई
बंगाल को दूसरी पारी में शुरुआती झटके लगे। टीम के तीन बल्लेबाज 47 रन पर आउट हो गए थे। इसके बाद कप्तान मनोज तिवारी और अनुस्तुप मजूमदार ने पारी को संभाला। अनुस्तुप ने 101 गेंदों का सामना किया और 61 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने अपनी पारी में आठ चौके भी लगाए। मनोज 129 गेंद में 57 रन बनाकर नाबाद हैं। वो नौ चौके लगा चुके हैं। जयदेव उनादकट और चेतन सकारिया को 2-2 विकेट मिला।
जयदेव उनादकट ने हासिल की बड़ी उपलब्धि
सौराष्ट्र के कप्तान उनादकट ने इस मुकाबले में एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम की। वह रणजी ट्रॉफी के इतिहास में 300 विकेट लेने वाले पहले बाएं हाथ के तेज गेंदबाज बन गए हैं। उनादकट के बाद इस सूची में दूसरे नंबर पर समाद सलाह का नाम है, जिन्होंने रणजी मैचों में 272 विकेट लिए हैं। उनादकट ने हाल ही में 10 वर्ष के लंबे अंतराल के बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी की थी।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में मनोज का 44वां अर्धशतक
मनोज फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 140वां मैच खेल रहे हैं और 48.67 की औसत से 9,833 रन बना चुके हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 303 रन नाबाद है। उन्होंने 29 शतक और 44 अर्धशतक लगाए हैं। मनोज ने 1,7950 गेंदों का सामना किया है और उनका स्ट्राइक रेट 54.77 का है। उन्होंने 144 कैच भी लपके हैं। कप्तान मनोज से मैच के चौथे दिन बड़ी पारी की उम्मीद होगी। शाहबाज के साथ उनकी साझेदारी सौराष्ट्र पर दबाव बनाएगी।