एलीट पैनल में शामिल होने वाले सबसे युवा अंपायर बने भारत के नितिन मेनन
भारतीय अंपायर नितिन मेनन बीते सोमवार को अंपायरों के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल की एलीट पैनल के 2020-21 सीजन में शामिल हुए और इसमें शामिल होने वाले सबसे युवा अंपायर बने। 36 साल के नितिन ने आने वाले सीजन के लिए इंग्लैंड के नाइजेल लॉन्ग की जगह ली है। श्रीनिवास वेंकटराघवन और सुंदरम रवि के बाद वह इस लिस्ट का हिस्सा बनने वाले केवल तीसरे भारतीय हैं।
ICC की सिलेक्शन पैनल ने की मेनन की नियुक्ति
मेनन पहले अंपायरों के एमिरेट्स इंटरनेशनल पैनल का हिस्सा थे। उन्हें ICC जनरल मैनेजर ज्यॉफ एलार्डिस, पूर्व खिलाड़ी और कमेंटेटर संयज मांजरेकर, मैच रेफरी रंजन मदुगले और डेविड बून वाली सिलेक्शन पैनल द्वारा सिलेक्ट किया गया था।
इस तरह इंटरनेशनल अंपायर बने मेनन
नितिन मेनन पूर्व इंटरनेशनल अंपायर नरेन्द्र मेनन के पुत्र हैं। गौरतलब है कि नितिन का क्रिकेटर के रूप में भी सूक्ष्म करियर रहा है और उन्होंने मध्य प्रदेश के लिए कई लिस्ट ए मैच खेले हैं। हालांकि, उन्होंने बहुत जल्द ही इसे समाप्त कर दिया और केवल 23 साल की उम्र में अंपायर बन गए। उन्होंने 2018 और 2020 विमेंस टी-20 विश्वकप के रूप में दो ICC इवेंट्स में भी अंपायर की भूमिका निभाई है।
ऐसा रहा है इंटरनेशनल अंपायर के तौर पर मेनन का करियर
मेनन ने 2017 में इंटरनेशनल अंपायरिंग में अपना डेब्यू किया जहां भारत ने ग्रीन पार्क में इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 मैच खेला था। तीन साल के करियर में वह अब तक 43 इंटरनेशनल मैचों में अंपायर रह चुके हैं। उन्होंने सबसे ज़्यादा 24 वनडे, 16 टी-20 और तीन टेस्ट में अंपायरिंग की है। वह 12 इंटरनेशनल मैचों में टीवी अंपायर भी रह चुके हैं तो उनकी कुल संख्या 53 है।
क्या होगा मेनन का भविष्य?
एलीट पैनल में अपनी शिक्षा के हिसाब से मेनन ऑस्ट्रेलिया में होने वाली एशेज में अंपायर बनने के योग्य हैं। अगले साल भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ में अंपायर बनने के लिए भी वह तगड़ी दावेदारी पेश करेंगे। हालांकि, एशेज के लिए उनकी योग्यता तभी काम आ सकेगी जब ICC अपनी मौजूदा पॉलिशी को हटा ले जिसमें लोकल अंपायर्स को प्रमोट किया जाता है।