इन तीन युवा खिलाड़ियों को चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद ने बताया ऋषभ पंत का विकल्प
भारतीय टीम में धोनी को रिप्लेस करने के प्रबल दावेदार रहे ऋषभ पंत आज टीम में अपना स्थान सुनिश्चित करने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं। जहां कुछ दिनों पहले तक पंत को धोनी का उत्तराधिकारी बताया जा रहा था, वहीं अब उनके विकल्प की भी चर्चा होने लगी है। इसी कड़ी में भारतीय टीम के चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद ने कहा है कि पंत के विकल्प के तौर पर तीनों फॉर्मेट में खिलाड़ियों को तैयार किया जा रहा है।
हम पंत के विकल्प के तौर पर खिलाड़ियों को तौयार कर रहे हैं- एमएसके प्रसाद
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में एमएसके प्रसाद ने कहा, "हम लोग पंत के वर्कलोड पर नज़र रख रहे हैं, निश्चित तौर पर हम सभी फॉर्मेट में उनके बैकअप के तौर पर भी खिलाड़ियों को तैयार कर रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा, "हमारे पास युवा केएस भरत के रूप में शानदार खिलाड़ी है, जो टेस्ट में इंडिया-ए के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। वहीं घरेलू क्रिकेट के शॉर्टर फॉर्मेट में ईशान किशन और संजू सैमसन भी अच्छा कर रहे हैं।''
हमें पंत के साथ धैर्य से काम लेना होगा- प्रसाद
बता दें कि इससे पहले पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर, सुनील गावस्कर और हरभजन सिंह ने भी संजू सैमसन को वनडे क्रिेकेट में मौका देने की बात कही थी। हालांकि, चयनकर्ता अब भी रिषभ पंत पर ही भरोसा बनाए हुए हैं। प्रसाद ने आगे कहा, ''मैंने पहले भी कहा है कि विश्व कप के बाद से हम ऋषभ पंत की प्रगति पर ध्यान लगाए हुए हैं। हमें उनकी प्रतिभा को ध्यान में रखते हुए उनके साथ धैर्य से काम लेना होगा।''
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी-20 में भी फेल रहे थे ऋषभ पंत
बता दें कि वेस्टइंडीज में पंत के खराब प्रदर्शन के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज़ से पहले मुख्य कोच रवि शास्त्री, बल्लेबाज़ी कोच विक्रम राठौर और कप्तान विराट कोहली ने उन्हें संभलकर खेलने की हिदायत थी। लेकिन फिर भी पंत दूसरे टी-20 में एक साधारण गेंद पर सिर्फ चार रन बनाकर पवेलियन लौट गए। ऐसे में लगातार खराब प्रदर्शन के कारण ही अब उनके विकल्प के बारे में चर्चा होने लगी है।
वेस्टइंडीज दौरे पर भी बुरी तरह फेल रहे थे ऋषभ पंत
गौरतलब है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज़ में पंत सिर्फ 69 रन ही बना सके थे, वहीं वनडे सीरीज़ में उन्होंने सिर्फ 20 रन बनाए थे। साथ ही टेस्ट सीरीज़ में भी पंत सिर्फ 58 रन ही बना सके थे। इस दौरे के बाद ही शास्त्री ने उन्हें गलतियों का खामियाज़ा भुगतने की चेतावनी दी थी। बता दें कि इससे पहले भी पंत का प्रदर्शन सीमित ओवर की क्रिकेट में काफी खराब रहा था।
अब तक सीमित ओवर की क्रिकेट में इस तरह रहा है पंत का प्रदर्शन
वनडे क्रिकेट की सात पारियों में पंत चार नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए सिर्फ 152 रन ही बना सके हैं। वहीं पंत ने पांच नंबर पर दो पारियों में 60 और छह नंबर पर एक पारी में 17 रन बनाए हैं। इस तरह पंत के नाम वनडे क्रिकेट के 12 मैचों में 22.90 की औसत से 229 रन हैं। साथ ही टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में पंत के नाम 19 मैचों में सिर्फ 20.40 की औसत से 306 रन हैं।
तीनों फॉर्मेट में अलग-अलग विकेटकीपर के बारे में BCCI को करना चाहिए विचार
हमारा मानना है कि BCCI को तीनों फॉर्मेट में अलग-अलग विकेटकीपर के बारे में विचार करना चाहिए। इससे प्रतिस्पर्धा भी बनी रहेगी। मौजूदा वक्त की क्रिकेट में खिलाड़ियों को यह अहसास कराना ज़रूरी है कि किसी भी खिलाड़ी का टीम में स्थान तभी सुनिश्चित है, जब वह परफॉर्म करेगा। टेस्ट क्रिकेट में पंत अच्छा कर रहे हैं, ऐसे में उन्हें सिर्फ टेस्ट ही खिलाना चाहिए। वहीं वनडे में संजू सैमसन और टी-20 में ईशान किशन को मौका दिया जाना चाहिए।