स्वतंत्रता दिवस 2024: जानिए भारतीय क्रिकेट टीम ने कब जीता था अपना पहला मैच
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम ने 1932 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था।
ब्रिटिश अधीन भारतीय टीम ने अपना पहला मैच सीके नायडू की कप्तानी में खेला था।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के बाद भारत को अपनी पहली जीत दर्ज करने में लगभग 2 दशक लग गए।
अब आगामी 15 अगस्त को भारत अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा।
इस अवसर पर भारत की पहली टेस्ट जीत के बारे में विस्तार से जानते हैं।
1952
1952 में भारतीय टीम ने दर्ज की अपनी पहली जीत
फरवरी 1952 में चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में भारत ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।
विजय हजारे की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड क्रिकेट टीम को पारी और 8 रन से हराया था।
इस जीत से पहले भारत ने कुल 24 टेस्ट खेले थे, जिसमें से 12 मैच ड्रॉ पर समाप्त हुए थे।
इसके साथ-साथ 12 टेस्ट हारने के बाद भारत ने अपने टेस्ट क्रिकेट की पहली जीत दर्ज की थी।
इंग्लैंड
इंग्लैंड ने पहली पारी में बनाए थे 266 रन
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने सभी विकेट खोकर 266 रन बनाए थे।
इंग्लिश टीम से विकेटकीपर रिचर्ड स्पूनर (66) और जॉन रॉबर्टसन (70) ने अर्धशतक लगाए थे। उनके अलावा कप्तान डोनाल्ड कैर ने 40 रन की पारी खेली थी।
भारत से मुलवंतराय मांकड़ ने कमाल की गेंदबाजी करते हुए 8 विकेट चटकाए थे। उनके अलावा दत्ताराय फडकर और हजारे ने 1-1 विकेट अपने नाम किए थे।
भारत
भारत ने पॉली उमरीगर और पंकज रॉय के शतकों की बदौलत बनाई बढ़त
भारत से सलामी बल्लेबाज पंकज रॉय ने 111 रन की पारी खेली। उनके अलावा पॉली उमरीगर ने नाबाद 130 रन बनाए और भारत ने अपनी पारी 457/9 के स्कोर पर घोषित की।
इन शतकों के अलावा मध्यक्रम में फडकर ने 61 रन की पारी खेली थी।
भारतीय टीम ने पहली पारी के आधार पर 191 रन की बढ़त हासिल की थी।
इंग्लैंड की ओर से मैल्कम हिल्टन, रॉय टैटरसॉल और डोनाल्ड कैर ने 2-2 विकेट लिए।
इंग्लैंड
इंग्लैंड की दूसरी पारी सस्ते में सिमटी
मैच के चौथे दिन के दौरान भारत ने अपने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास की पहली जीत दर्ज की थी।
इंग्लिश टीम से दूसरी पारी में जैक रॉबर्टसन (56) और एलन वॉटकिंस (48) ने अच्छी बल्लेबाजी की और मेहमान टीम का स्कोर एक समय 117/3 हो गया था।
इसके बाद भारत की ओर से गुलाम मोहम्मद और मांकड़ ने 4-4 विकेट लिए और इंग्लैंड की दूसरी पारी को 183 रन पर ही सिमट गई।
इतिहास
सीडी गोपीनाथ ने पकड़ा था आखिरी कैच
इंग्लैंड को आखिरी झटका तब लगा जब मांकड़ ने 75वें ओवर की आखिरी गेंद पर ब्रायन स्टैथम का विकेट लिया।
भारत से सीडी गोपीनाथ ने स्टैथम का कैच लिया था।
दिलचस्प बात यह है कि 94 वर्षीय गोपीनाथ उस दिन इंग्लैंड को हराने वाली भारतीय एकादश के एकमात्र जीवित सदस्य हैं।
उन्होंने भारत की ओर से 8 टेस्ट खेले थे, जिसमें 22.00 की औसत के साथ 242 रन बनाए थे।