रणजी ट्रॉफी 2021-22: झारखंड ने पहली पारी में 880 रन बनाकर रचा इतिहास, बनाए रिकार्ड्स
क्या है खबर?
रणजी ट्रॉफी 2021-22 के प्री-क्वार्टर फाइनल मुकाबले में झारखंड ने नागालैंड के खिलाफ पहली पारी में 880/10 रनों का पहाड़ सा स्कोर खड़ा किया है।
झारखंड का यह रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सर्वोच्च टीम स्कोर बन गया है।
झारखंड की ओर से कुमार कुशाग्र ने दोहरा शतक (266) लगाया है जबकि विराट सिंह (107) और शाहबाज नदीम (177) ने भी शतकीय पारी खेली है।
मैच में बने रिकार्ड्स पर एक नजर डालते हैं।
लेखा-जोखा
झारखंड से इन बल्लेबाजों ने बनाए रन
झारखंड से विराट सिंह, कुमार कुशाग्र और शाहबाज नदीम ने शानदार पारी खेलकर ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्ज किया।
विराट ने 153 गेंदों में 13 चौकों की मदद से 107 रन बनाए। वहीं विकेटकीपर बल्लेबाज कुशाग्र ने 270 गेंदों में 37 चौके और दो छक्के की मदद से 266 रन बनाए।
निचले क्रम में नदीम ने 22 चौके और दो छक्के की मदद से 177 रन बनाए।
इनके अलावा राहुल शुक्ला (85*) और कुमार सूरज (66) ने भी उपयोगी योगदान दिया।
रिकार्ड्स
झारखंड ने बनाए ये रिकार्ड्स
रणजी ट्रॉफी के इतिहास में यह सिर्फ सातवां ऐसा मौका है, जब किसी टीम ने 800 से अधिक रनों का स्कोर बनाया हो। यह कोलकाता के ईडन गार्डन में भी सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड बन गया है।
इसके अलावा यह रणजी ट्रॉफी का चौथा सबसे बड़ा स्कोर बन गया है। झारखंड द्वारा बनाया गया स्कोर, साल 1988-89 के बाद से किसी भी टीम का सबसे बड़ा स्कोर है।
टीम स्कोर
रणजी ट्रॉफी इतिहास के सर्वोच्च टीम स्कोर
944/6 (पारी घोषित)- हैदराबाद बनाम आंध्र प्रदेश, सिकंदराबाद (1993-94)
912/8 (पारी घोषित)- होल्कर बनाम मैसूर, इंदौर (1945-46)
912/6 (पारी घोषित)- तमिलनाडु बनाम गोवा, पणजी (1988-89)
880/10- झारखंड बनाम नागालैंड, कोलकाता (2021-22)
855/6 (पारी घोषित)- मुंबई बनाम हैदराबाद, मुंबई (बॉम्बे, 1990-91)
826/4 (पारी घोषित)- महाराष्ट्र बनाम काठियावाड़, पुणे (पूना, 1940-41)
826/7- (पारी घोषित)- मेघालय बनाम सिक्किम, भुवनेश्वर (2018-19)
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
नागालैंड के खिलाफ झारखंड ने 870+ का स्कोर बनाया। क्रिकेट सांख्यिकीविद् अमल सुधाकरण के मुताबिक पिछली बार रणजी ट्रॉफी में 870 या उससे अधिक रन बनाने वाली टीम हैदराबाद थी, जिन्होंने साल 1994 में आंध्र प्रदेश के खिलाफ 944/6 (पारी घोषित) रन बनाए थे।
दिलचस्प बात यह है कि कंवलजीत सिंह उस समय हैदराबाद टीम के कप्तान थे और इस समय नागालैंड की टीम के कोच हैं।