क्रिकेट में सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी भी अब कर सकेगा गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी, जानें नियम
क्या है खबर?
अगस्त में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली एशेज सीरीज़ में ICC एक नए नियम को लागू कर सकता है।
ICC के इस नए नियम के तहत किसी खिलाड़ी के चोटिल होने पर सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी भी कर सकेगा।
बता दें कि अभी फिलहाल सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी को सिर्फ चोटिल खिलाड़ी की जगह फील्डिंग करने की इजाज़त होती है।
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एशेज सीरीज़ का पहला टेस्ट 1 अगस्त से खेला जाएगा।
नया नियम
2014 में हुई थी कन्कशन सब्सटीट्यूट की मांग
ESPNcricinfo की रिपोर्ट के अनुसार, क्रिकेट के इस नए नियम के बारे में हाल ही में लंदन में आयोजित ICC की सालाना बैठक में चर्चा हुई। ICC की इस वार्षिक बैठक का सामपन 19 जुलाई को होगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें टेस्ट क्रिकेट में कन्कशन सब्सटीट्यूट की मांग नवंबर 2014 में हुई थी। जब ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर फिल ह्यूज की क्रिकेट मैच के दौरान सिर में चोट लगने की वजह से मौत हो गई थी।
जानकारी
वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में लागू हो सकता है यह नियम
इस नियम को लागू करने के लिए लंदन में चल रही बैठक में बातचीत की जाएगी। ऐसी संभावना है कि इसे जल्द लागू कर दिया जाएगा। जिससे वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के तहत खेले जाने वाले सभी मैचों में इस नियम का इस्तेमाल किया जा सके।
नियम
जानिए क्या है कन्कशन सब्सटीट्यूट नियम
अभी के नियमों के हिसाब से यदि कोई बल्लेबाज़ या गेंदबाज़ चोटिल होता है तो उसकी जगह दूसरा खिलाड़ी मैच में फील्डिंग कर सकता है।
लेकिन अगर कन्कशन सब्सटीट्यूट नियम लागू होता है, तो किसी खिलाड़ी के चोटिल होने पर उसकी जगह दूसरा खिलाड़ी गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी के साथ-साथ विकेटकीपिंग भी कर सकेगा।
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच ने ICC के इस नए नियम का समर्थन किया है।
कन्कशन सब्सटीट्यूट को ICC की गवर्निंग काउंसिल की सहमति भी मिल गई है।
पुराना मामला
सबसे पहले क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने घरेलू क्रिकेट में लागू किया था कन्कशन सब्सटीट्यूट
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने सबसे पहले 2016-17 सीज़न में कन्कशन सब्सटीट्यूट के नियम का इस्तेमाल घरेलू वनडे, बिग बैश और महिला बिग बैश सीरीज़ में किया था।
हालांकि, ICC से इस नियम की स्वीकृति नहीं मिलने के कारण शेफील्ड शील्ड और अन्य प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इसका इस्तेमाल नहीं किया।
बता दें कि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने पिछले सीज़न में काउंटी में भी कन्कशन सब्सटीट्यूट के नियम को लागू किया था।