विश्व कप फाइनल ओवर थ्रो विवाद: अब बेन स्टोक्स ने कही चौंकाने वाली बात
2019 क्रिकेट विश्व कप फाइनल के ओवर थ्रो विवाद को लेकर बेन स्टोक्स ने चौंकाने वाली बात कही है। दरअसल, BBC को दिए एक साक्षात्कार में विश्व कप फाइनल के ओवर थ्रो से मिले छह रनों के बारे में बात करते हुए स्टोक्स ने कहा कि उन्होंने कभी भी अंपायरों से उनके फैसले को बदलने के लिए नहीं कहा था। बता दें कि पहले ऐसी खबरें थी कि स्टोक्स ने अंपायर से ओवर थ्रो के रन हटाने को कहा था।
मैंने लाथम और विलियमसन से सॉरी बोला था- स्टोक्स
BBC से बातचीत में स्टोक्स ने कहा, "मैंने वह सब देखा। मैं खुद सोच रहा था, क्या मैंने ऐसा कहा? लेकिन दिल पर हाथ रखकर कहूं, तो मैं अंपायरों के पास नहीं गया और न ही अंपायरों से कुछ ऐसा कहा।" स्टोक्स ने आगे कहा, हां, "मैं सीधे टॉम लैथम के पास गया और कहा 'मेट, आई एम सो सॉरी', उसके बाद केन विलियमसन को देखा और उनसे भी कहा 'आई एम सॉरी'।"
जानिए क्या था पूरा मामला
दरअसल, फाइनल में न्यूजीलैंड से मिले 241 रनों के लक्ष्य का पीछा करने के दौरान जब इंग्लैंड को तीन गेंदो में नौ रनों की ज़रूरत थी, तो स्टोक्स के डीप मिडविकेट पर दो रन लेने के दौरान गप्टिल का थ्रो उनके बैट से लगकर बाउंड्री की तरफ चला गया। ऑनफील्ड अंपायर कुमार धर्मसेना ने अपने सहयोगी अंपायर से बात करने के बाद इंग्लैंड को छह रन दिए। इन रनों ने इंग्लैंड की राह आसान की और मैच टाई हो गया।
इंग्लैंड को छह रन देना अंपायरों की चूक थी- साइमन टॉफेल
विवाद के बाद ICC के पूर्व अंपायर साइमन टॉफेल ने कहा था, "इंग्लैंड को छह रन देना अंपायरों की चूक थी। ओवर-थ्रो के लिए इंग्लैंड को पांच की बजाय छह रन दिए गए। जब गेंद स्टोक्स के बल्ले से टकराई थी, तो दूसरा रन पूरा नहीं हुआ था। ऐसे में इंग्लैंड को पांच रन मिलने चाहिए थे।" वहीं इसके बाद मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने अपनी अगली बैठक में इस नियम के बदलाव पर विचार करने को भी कहा था।
विवाद को बढ़ता देख कुमार धर्मसेना ने मानी थी अपनी गलती
विश्व कप फाइनल के कई दिनों बाद ऑनफील्ड अंपायर कुमार धर्मसेना ने मीडिया से बातचीत में कहा था, "लोगों के लिए टीवी पर रिप्ले देखकर कमेंट करना आसान होता है। हाल ही में मैंने भी टीवी पर जब रिप्ले देखा, तब मुझे पता चला कि मुझसे सही फैसला लेने में गलती हुई।" उन्होंने आगे कहा था, "हमारे पास मैदान पर कोई टीवी रिप्ले नहीं होता है। मुझसे गलती ज़रूर हुई, लेकिन मुझे इस फैसले पर कभी अफसोस नहीं रहेगा।"
अंपायर चूक न करते तो शायद कुछ और होता नतीजा
जब इंग्लैंड को जीत के लिए तीन गेंदो में नौ रनों की ज़रूरत थी, तो स्टोक्स के दो रन लेने के दौरान थ्रो उनके बैट से लग कर बाउंड्री की तरफ चला गया और इंग्लैंड को छह रन मिल गए। इस कारण मैच टाई रहा। इसके बाद सुपर ओवर में भी दोनों टीमों ने बराबर रन बनाए। लेकिन ज़्यादा बाउंड्री के कारण इंग्लैंड की मैच जीता दे दिया गया। अगर यह गलती न होती तो शायद नतीजा कुछ और होता।