अब NADA के अंतर्गत काम करेगा BCCI, अन्य देशों की तरह करना होगा नियमों का पालन
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने देश के अन्य खेल संघों की तरह ही नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) के अंतर्गत काम करने की सहमति जता दी है।
खेल सचिव राधेश्याम जुलानिया ने यह जानकारी दी।
BCCI के CEO राहुज जोहरी से मुलाकात के बाद जुलानिया ने कहा कि बोर्ड ने लिखित में दिया है कि वह NADA की डोपिंग निरोधक नीति का पालन करने को तैयार है।
बता दें कि अब सभी भारतीय क्रिकेटरों का डोपिंग टेस्ट NADA करेगी।
बातचीत
BCCI अब NADA के अंतर्गत काम करने को तैयार- खेल सचिव
खेल सचिव राधेश्याम जुलानिया ने कहा, "भारतीय क्रिकेट बोर्ड सालों से चली आ रही अवहेलना को समाप्त करते हुए राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA) के अंतर्गत काम करने को तैयार हो गया है।"
उन्होंने आगे कहा, ''BCCI ने हमारे सामने तीन मसले रखे, जिसमें डोप टेस्ट, किट्स की गुणवत्ता, पैथालॉजिस्ट की काबिलियत और नमूने इकट्ठे करने की प्रक्रिया शामिल थी। हमने उन्हें आश्वस्त किया कि उन्हें उनकी जरूरत के मुताबिक सुविधायें दी जायेंगी लेकिन उसका कुछ शुल्क लगेगा।"
पुराना मामला
पहले BCCI करता था NADA का विरोध
जुलानिया ने आगे कहा, "अब सभी क्रिकेटरों का टेस्ट NADA द्वारा ही किया जाएगा।"
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पहले BCCI ने NADA के साथ काम करने से साफतौर पर मना कर दिया था। BCCI ने दावा किया था कि यह एक स्वायत्त निकाय है, राष्ट्रीय खेल महासंघ नहीं है और न ही सरकारी धन पर निर्भर है।
हालांकि, खेल मंत्रालय लगातार कहता आया है कि BCCI को NADA के अंतर्गत आना होगा।
डोप टेस्ट
पृथ्वी शॉ के मामले के बाद BCCI ने NADA से जुड़ने की हामी भरी
BCCI का NADA के साथ काम न करने को लेकर लंबे वक्त से सरकार से टकराव चल रहा था।
बता दें कि देश में अन्य खेलों के खिलाड़ी NADA के तहत आते हैं, लेकिन BCCI इसके अंतर्गत नहीं आना चाहता था।
लेकिन अब पृथ्वी शॉ के मामले के बाद बोर्ड NADA के साथ जुड़ने को राजी हो गया है।
बता दें कि युवा पृथ्वी शॉ प्रतिबंधित दवा के सेवन के कारण 15 नवंबर तक बैन कर दिए गए हैं।
बैन
इस कारण बैन हुए थे पृथ्वी शॉ
BCCI ने हाल ही में पृथ्वी शॉ को डोप टेस्ट में फेल होने के चलते 15 नवंबर, 2019 तक सस्पेंड कर दिया है।
पृथ्वी डोपिंग टेस्ट में फेल हो गए थे और उनकी रिपोर्ट में कहा गया था कि उन्होंने प्रतिबंधित कफ सीरप का सेवन किया था, जिसमें एक ऐसी दवा पाई जाती है जो BCCI के डोपिंग सिस्टम में फिट नहीं बैठती।
बता दें कि खिलाड़ी बिना BCCI की इजाजत के ऐसी दवाओं का सेवन नहीं कर सकते हैं।
NADA
जानिए क्या है नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी
नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) भारत में अपने सभी खेलों में डोपिंग नियंत्रण कार्यक्रम को बढ़ावा देने, समन्वय और निगरानी के लिए जिम्मेदार राष्ट्रीय संगठन है। NADA के आधिकारिक वेब पोर्टल पर सूचीबद्ध है कि नाडा एंटी डोपिंग नियमों और नीतियों को अपनाने और कार्यान्वित करने से संबंधित है, जो वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी के अनुरूप है।
बता दें कि NADA अन्य डोपिंग विरोधी संगठनों के साथ सहयोग करता है और एंटी डोपिंग अनुसंधान और शिक्षा को बढ़ावा देता है।