पृथ्वी पर आ सकता है शक्तिशाली सौर तूफान, जानें क्या है खतरा
सूर्य के उत्तरी हिस्से में इन दिनों कई सक्रिय सनस्पॉट मौजूद हैं, जिनमें से एक में हाल ही में विस्फोट हुआ है। सनस्पॉट में हुए इस विस्फोट के कारण उत्पन्न हुआ कोरोनल मास इजेक्शन (CME) क्लाउड तेजी से पृथ्वी की तरफ आ रहा है। अंतरिक्ष वेबसाइट स्पेसवेदर की रिपोर्ट के अनुसार, यह CME क्लाउड 30 अक्टूबर को पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र से टकरा सकता है, जिससे पृथ्वी पर सौर तूफान आने की आशंका है।
G1-श्रेणी का होगा सौर तूफान
30 अक्टूबर को जिस सौर तूफान के पृथ्वी पर आने की आशंका है वह G1-श्रेणी का हो सकता है। CME क्लाउड के प्रभाव के कारण दुनिया के कुछ हिस्सों में आसमान में रंगीन प्रकाश भी देखने को मिल सकता है, जिसे अरोरा कहा जाता है। इसके अतिरिक्त इसके प्रभाव से शॉर्टवेब रेडियो ब्लैकआउट होने की भी आशंका है, जिससे नाविकों समेत रेडियो सिग्नल का उपयोग करने वाले अन्य लोगों को समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
सौर तूफान से क्या है खतरा?
सौर तूफान को उनके प्रभाव के आधार पर वैज्ञानिकों ने G1 से लेकर G5 तक कुल 5 श्रेणियों में बांटा है। G1-श्रेणी का सौर तूफान काफी हल्का होता है, लेकिन G5-श्रेणी का सौर तूफान काफी शक्तिशाली होता है। सौर तूफान सैटेलाइटों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं, मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवाओं को बाधित कर सकते हैं। अत्यधिक शक्तिशाली होने पर ये पावर ग्रिड और पृथ्वी आधारित संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक्स को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।