इंस्टाग्राम, ट्विटर और टिक-टॉक आए एकसाथ, हैकर्स की छुट्टी करने का प्लान
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कई हैकर्स खास और VIP यूजरनेम्स पर कब्जा कर उनके बदले बड़ी रकम यूजर्स से मांग करते हैं और ये नाम बेचते हैं। इन हैकर्स की छुट्टी करने के लिए इंस्टाग्राम, ट्विटर और टिक-टॉक एकसाथ आई हैं और हैकिंग ग्रुप से जुड़े अकाउंट्स के खिलाफ ऐक्शन ले रही हैं। साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट ब्रायन क्रेब्स ने में बताया कि खास यूजरनेम्स पर कब्जा कर उन्हें बेचने वाले हैकिंग ग्रुप के सैकड़ों अकाउंट्स इंस्टाग्राम ने डिसेबल किए हैं।
सिम स्वैपिंग का इस्तेमाल कर रहे हैकर्स
इंस्टाग्राम ने 'OG यूजर्स' वेबसाइट से जुड़ी कम्युनिटी पर फोकस किया है। यह वेबसाइट चोरी किए गए यूजरनेम्स बेचने का काम करती है। यह वेबसाइट नए यूजरनेम्स के लिए सिम स्वैपिंग जैसे तरीकों का इस्तेमाल करती है। सिम स्वैपिंग में एक यूजर किसी दूसरे के फोन नंबर का कंट्रोल हासिल कर लेता है और सोशल मीडिया पर उसके पासवर्ड्स बदल सकता है। इंस्टाग्राम की ओर से लिए गए ऐक्शन की जानकारी समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने शेयर की है।
पहली बार दी ऐक्शन की जानकारी
यह पहली बार है जब इंस्टाग्राम ने यूजरनेम हैकर्स के खिलाफ लिए गए ऐक्शन की जानकारी सभी के साथ शेयर की है। The Verge से बात करते हुए फेसबुक स्पोक्सपर्सन ने कहा, "आज हम OG यूजर्स फोरम के मेंबर्स से जुड़े सैकड़ों अकाउंट्स हटा रहे हैं। वे इंस्टाग्राम कम्युनिटी को परेशान करते हैं, नुकसान पहुंचाते हैं और हम आगे भी इंस्टाग्राम यूजरनेम्स से फायदा कमाने की उनकी कोशिश को मुश्किल बनाने की हर कोशिश करेंगे।"
टिक-टॉक और ट्विटर ने भी हटाए अकाउंट्स
इंस्टाग्राम ही नहीं, शॉर्ट वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म और माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर भी ऐसे अकाउंट्स के खिलाफ ऐक्शन ले रही हैं। इन प्लेटफॉर्म्स ने भी OG यूजर्स कम्युनिटी मेंबर्स के अकाउंट्स को डिसेबल और डिलीट करना शुरू किया है। हालांकि, यह बात साफ नहीं है कि तीनों सोशल मीडिया कंपनियां किस स्तर पर एकसाथ मिलकर काम कर रही हैं। टिक-टॉक ने बताया कि हाल में कई यूजर्स के अकाउंट्स चोरी होने की शिकायतें आई थीं।
खास यूजरनेम्स की बड़ी कीमत
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक यूजरनेम किसी यूजर को मिलने के बाद दूसरा उसे इस्तेमाल नहीं कर सकता। इसका फायदा उठाकर कई हैकर्स ढेरों यूजरनेम्स इकट्ठा कर लेते हैं और इनमें से ज्यादातर एक शब्द के यूजरनेम होते हैं। इन खास और VIP यूजरनेम्स की ऑनलाइन बड़ी कीमत मिलती है और इन यूजरनेम्स की तरह ही ढेरों फॉलोअर्स वाले अकाउंट्स भी हैकर्स बड़ी रकम के बदले बेचते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स इस प्रैक्टिस पर लगाम लगाना चाहते हैं।