Page Loader
ICMR ने शुरू की राष्ट्रीय दुर्लभ रक्तदाता रजिस्ट्री, जानिए क्या मिलेगा फायदा 
भारत में अब दुर्लभ ब्लड ग्रुप को खोजना आसान हो जाएगा (तस्वीर: पिक्साबे)

ICMR ने शुरू की राष्ट्रीय दुर्लभ रक्तदाता रजिस्ट्री, जानिए क्या मिलेगा फायदा 

Jun 21, 2025
06:53 pm

क्या है खबर?

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने राष्ट्रीय दुर्लभ रक्तदाता रजिस्ट्री शुरू की है। इस पहल का उद्देश्य दुर्लभ और असामान्य रक्त प्रकार वाले रोगियों की मदद करना है, जिन्हें बार-बार रक्त चढ़ाने की आवश्यकता होती है। इस रजिस्ट्री को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यूनोहेमेटोलॉजी (NIIH), मुंबई द्वारा विकसित किया गया था। इसे E-रक्तकोष के साथ जोड़ा जाएगा, जो वर्तमान में रक्त की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्रदान करने वाला एक मंच है।

फायदा 

ब्लड बैंकों को भी होगा यह फायदा 

दुर्लभ रक्तदाता रजिस्ट्री को E-रक्तकोष के साथ एकीकृत करने से दुर्लभ ब्लड ग्रुप वाले लोगों के लिए ब्लड बैंकों से रक्त ढूंढना और प्राप्त करना आसान हो जाएगा। इससे ब्लड बैंकों को एक केंद्रीकृत प्रणाली के माध्यम से अपने स्टॉक और रक्तदाताओं का प्रबंधन करने में भी मदद मिलेगी। ICMR-सेंटर फॉर रिसर्च मैनेजमेंट एंड कंट्रोल ऑफ हीमोग्लोबिनोपैथीज (CRHCM), नागपुर की निदेशक डॉ मनीषा मडकाइकर ने इस महत्वपूर्ण विकास के बारे में ये जानकारी साझा की हैं।

ब्लड ट्रांसफ्यूजन

इस कारण रहती है ब्लड ट्रांसफ्यूजन की अधिक मांग

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) के अनुसार, भारत की 1.4 अरब से अधिक आबादी में 4,000 से अधिक लाइसेंस प्राप्त ब्लड बैंक हैं। गर्भावस्था के दौरान रक्त रोगों और जटिलताओं के अधिक प्रचलन के कारण देश में ब्लड ट्रांसफ्यूजन की उच्च मांग देखी जाती है। डॉ. मडकाइकर ने इस तरह की पहल की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए कहा, "थैलेसीमिया के कारण ही 1 से 1.5 लाख रोगियों को बार-बार ब्लड ट्रांसफ्यूजन की आवश्यकता होती है।"