ई-सिम के जरिए ठगी कर रहें जालसाज, आप इस तरह रहें सतर्क
साइबर अपराध को अंजाम देने के लिए साइबर जालसाज इन दिनों नए-नए तरीके अपना रहे हैं। वर्तमान में सिम कार्ड के जरिए किसी साइबर अपराध को अंजाम देना जालसाजों के लिए एक आसान तरीका है। एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जालसाज यूजर्स के डाटा को चुराने के लिए ई-सिम प्रोफाइल का उपयोग कर रहे हैं। इस तरह से जालसाज आसानी से यूजर को वित्तीय नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इस तरह ठगी कर रहे हैं जालसाज
ई-सिम एक सिम कार्ड का डिजिटल वर्जन होता है, जिसे कहीं से भी प्रोग्राम किया जा सकता है। जालसाज लोगों से ठगी करने के लिए QR कोड का उपयोग करके ई-सिम को सक्रिय सक्रिय कर ले रहे हैं और बड़े आसानी से उन्हें शिकार बना रहे हैं। इस तरह जालसाज किसी यूजर के सोशल मीडिया अकाउंट का उपयोग कर उसके व्यक्तिगत जानकारी को चुराते हैं और उनसे ठगी करने का प्रयास करते हैं।
ऐसी ठगी से कैसे बचें?
इस तरह की साइबर ठगी से बचने के लिए अपने सोशल मीडिया और किसी वित्तीय अकाउंट को हमेशा टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन से सुरक्षित करके रखें। अचानक से सिम कार्ड निष्क्रिय होने की स्थिति में तत्काल अपने ऑपरेटर से बात कर सिम कार्ड को एक्टिवेट कराएं। अपनी वित्तीय और व्यक्तिगत जानकारी को किसी अनजान व्यक्ति के साथ साझा ना करें। साइबर ठगी की आशंका होने पर तत्काल साइबर अपराध सेल और अपने बैंक को सूचित करें।