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TRAI के नाम से जारी हो रहे मोबाइल टावर लगाने के फर्जी पत्र, हो रही धोखाधड़ी 
TRAI के नाम से मोबाइल टावर लगाने के फर्जी पत्र जारी किए जा रहे हैं (तस्वीर: पिक्साबे)

TRAI के नाम से जारी हो रहे मोबाइल टावर लगाने के फर्जी पत्र, हो रही धोखाधड़ी 

Jun 29, 2025
04:29 pm

क्या है खबर?

मोबाइल टावर लगाने का घोटाला पिछले कुछ समय से चल रहा है और हाल ही में यह पूरे देश में फिर से सामने आया है। लोगों को एक पत्र मिल रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) की ओर से है, जिसमें उनकी जमीन पर 5G टावर लगाने का नोटिस है। PIB फैक्ट चेक ने इस पत्र को फर्जी बताते हुए लोगों से इसके झांसे में न आने की सलाह दी है।

तरीका 

ऐसे की जा रही है धोखाधड़ी 

लोगों को एक पत्र मिला है, जिसमें दावा किया गया है कि यह पत्र TRAI की ओर से जारी किया है, जिसमें निजी संपत्ति पर 5G मोबाइल टावर लगाने की अनुमति देने का झूठा दावा किया है। पत्र को आधिकारिक रूप से देखने के लिए डिजाइन किया है और इसमें सरकारी लोगो, लेटरहेड और हस्ताक्षर शामिल हैं। TRAI ने पुष्टि की है कि वह 2022 में ही स्पष्ट कर चुका है कि मोबाइल टावर लगाने के लिए पट्टे नहीं देता।

पत्र 

पत्र में क्या लिखा?  

लोगों को भेजे जा रहे पत्र में लिखा था, "मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि आपकी जमीन की जांच सैटेलाइट से की गई थी, तब आपकी जमीन पर सैटेलाइट से नेटवर्क की उचित रेंज थी। इसलिए, आपकी जमीन को दूरसंचार अधिनियम-1972 के तहत 5G मोबाइल टावर लगाने के लिए मंजूरी दे दी गई है।" आगे लिखा था, "दूरसंचार विभाग आपको किसी भी प्रकार की भौतिक प्रक्रिया के बिना अपनी साइट पर एक टावर स्थापित करने की अनुमति देता है।"

जल्दबाजी 

जल्दबाजी के लिए दिया जाता है झांसा 

लोग ज्यादा सोच-विचार न करें इसके लिए उन्हें जल्दबाजी करने को कहा जाता है। पत्र में लिखा होता है कि कृपया कंपनी के नियमों का पालन करें और सभी अनिवार्य दस्तावेज 48 घंटे के भीतर गैर-विभाग को जमा करें। फिर आपको अपनी साइट पर अपने टावर पैनल की स्वीकृति प्राप्त करनी होगी। इसमें TRAI के अधिकारी के तौर पर सौम्येंदु गांगुली के नकली हस्ताक्षर करने के साथ एक गलत खाता नंबर और जाली मुहरें भी लगी हैं।

नुकसान 

क्या हो सकता है नुकसान?

जालसाज भूमि मालिकों को जाली पत्र या ईमेल भेजकर मंजूरी के लिए दस्तावेज जमा करने या शुल्क का भुगतान करने के लिए कहते हैं। जल्दबाजी और आधिकारिक लहजे का उद्देश्य पीड़ितों पर जल्दी से जल्दी अनुपालन करने का दबाव बनाना होता है। इससे आपके जमा किए गए पैसे खोने के साथ भूमि के कागजात, पहचान पत्र गलत हाथों में चले जाएंगे और उनका कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है।

बचाव 

इस तरह धोखाधड़ी से करें बचाव

इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहने की जरूरत है। TRAI टावर लगाने के लिए जमीन को मंजूरी नहीं देता। स्रोत की पुष्टि किए बिना कभी भी व्यक्तिगत या जमीन से जुड़े दस्तावेज किसी को शेयर न करें। तत्काल भुगतान या दस्तावेज जमा कराने की मांग करने वाले पत्रों को नजरअंदाज करें। टेलीकॉम कंपनियों या आधिकारिक सरकारी पोर्टल के जरिए दावों की पुष्टि करें और ऐसे घोटालों की रिपोर्ट cybercrime.gov.in या नजदीकी पुलिस स्टेशन में करें।