दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का 81 साल की उम्र में निधन
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का 81 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्हें आज सुबह 10:30 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने दोपहर बाद 3:55 बजे अंतिम सांस ली। बता दें कि शीला दीक्षित ने 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था। शीला दीक्षित 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं। इसके अलावा वो कुछ समय तक केरल की राज्यपाल भी रही थीं।
दिल का दौरा पड़ने से हुआ निधन
मौजूदा वक्त में शीला दीक्षित के पास कांग्रेस के दिल्ली अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी थी। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में वो उत्तर पूर्वी दिल्ली से चुनाव भी लड़ीं थी, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। एस्कॉर्ट्स अस्पताल के डायरेक्टर ने बताया कि डॉक्टरों की एक टीम शीला दीक्षित की देखरेख कर रही थी। 3:15 मिनट पर उन्हें दिल का दौरा पड़ा। इसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। 3:55 मिनट पर उनका निधन हो गया।
कई दिनों से थीं बीमार
1998-2013 तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दिक्षित का लंबे समय से एस्कॉर्ट अस्पताल में इलाज चल रहा था। शनिवार सुबह तबियत खराब होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। कुछ देर बाद उनका पार्थिव शरीर निजामुद्दीन स्थित उनके घर पर लाया जाएगा। उनके निधन के बाद सोशल मीडिया पर लोग उनको श्रद्धांजलि दे रहे हैं। उनके सहयोगी महाबल मिश्रा ने उनके निधन से हुए नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती।
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शीला दीक्षित ने निधन पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'शीला दीक्षित जी के निधन से बेहद दुखी हूं। वह मिलनसार व्यक्तित्व की धनी थीं। दिल्ली के विकास के लिए उन्होंने अभूतपूर्व कार्य किए। उनके परिवार और समर्थकों को मेरी सांत्वना। ओम शांति।' राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी शीला दीक्षित के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कांग्रेस की कद्दावर नेता रहीं शीला दीक्षित को श्रद्धांजलि दी।
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पंजाब में हुआ था जन्म
शीला दीक्षित का जन्म 3 मार्च, 1938 के पंजाब के कपूरथला में हुआ। शीला ने अपनी पढ़ाई दिल्ली से पूरी की। वो दिल्ली के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल की छात्रा रही थीं। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरांडा हाउस कॉलेज से मास्टर्स की।
तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित
शीला दीक्षित 1984-89 तक कन्नौज से लोकसभा सांसद रही थीं। उन्हें इसी दौरान 1986 में संसदीय कार्य राज्यमंत्री बनाया गया। साल 1998 में वो पहली बार गोल मार्केट क्षेत्र से जीतकर दिल्ली की मुख्यमंत्री बनीं। इसके बाद उन्होंने उसी विधानसभा से 2003 का चुनाव लड़ा और एक बार फिर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज हुईं। तीसरी बार उन्होंने नई दिल्ली से चुनाव जीतकर दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने की हैट्रिक पूरी की।
राहुल ने जताया दुख
राहुल गांधी ने शीला दीक्षित के निधन पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि उन्होंने निस्वार्थ भाव से 15 साल तक मुख्यमंत्री के तौर पर काम किया। उनका ट्वीट आप नीचे देख सकते हैं।