बिहार: डाक वोटों की फिर से गिनती नहीं होने पर कोर्ट जाएगा महागठबंधन
क्या है खबर?
बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना के बाद 125 सीटों पर कब्जा जमाने वाला भाजपा नीत राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) जहां सरकार बनाने की तैयारी में जुटा है, वहीं 110 सीट जीतने वाले RJD नीत महागठबंधन ने कोर्ट जाने की तैयारी कर ली है।
महागठबंधन लगातार डाक मत पत्रों की गणना में गड़बड़ी का आरोप लगा रहा है और चुनाव आयोग से उनकी पुनर्गणना की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर उसने कोर्ट जाने का निर्णय किया है।
प्रकरण
महागबंधन ने लगाए डाक मत पत्रों की गणना में गड़बड़ी के आरोप
बता दें चुनाव की मतगणना के बाद बहुमत से दूर रहने पर राजष्ट्रीय जनता दल (RJD) और महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने डाक मत पत्रों की गणना में गड़बड़ी का आरोप लगाया है।
यादव का आरोप है कि डाक मत पत्रों की गणना में गड़बड़ी के कारण महागठबंधन के एक दर्जन उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा है।
उनका कहना है कि NDA ने महागठबंधन के 32.2 प्रतिशत वोटों की तुलना में 37.3 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं।
बयान
मांग पूरी नहीं होने पर जाएंगे कोर्ट- गगन
RJD प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग से डाक मत पत्रों की पुनर्गणना की मांग की है, यदि उसे पूरा नहीं किया जाता है तो वह कोर्ट जाएंगे।
उन्होंने कहा कि चुनाव में NDA को 1,56,88,458 वोट मिले हैं, जबकि महागठबंधन को 1,56,88,458 वोट मिले हैं। दोनों में महज 12,270 वोटों का अंतर है। ऐसे में डाक मत पत्रों की गणना में हुई गड़बड़ी से महागठबंधन के एक दर्जन उम्मीदवारों को हार झेलनी पड़ी है।
उदाहरण
RJD प्रवक्ता ने दिए गड़बड़ी के उदाहरण
प्रवक्ता गगन ने कहा कि डाक मत पत्रों की गणना में गड़बड़ी के कारण ही हिलसा सीट पर RJD को 12 वोटों से हार का सामना करना पड़ा है।
इसी तरह बरबीघा में JDU उम्मीदवार ने 113 वोट और भौरे सीट पर सुनील कुमार ने महज 462 वोटों से जीत हासिल की है।
उन्होंने कहा कि हिलसा में 551 मत पत्रों में से 182 को अवैध घोषित किया गया। यही कारण था जीत का अंतर महज 12 पर रह गया।
अन्य सीट
इन सीटों पर भी बहुत कम रहा जीत का अंतर
प्रवक्ता गगन ने कहा कि एक अन्य सीट पर आयोग ने 1,007 डाक मत पत्रों में से 106 को अवैध घोषित कर दिया।
इससे JDU उम्मीदवार को 113 वोटों से जीत मिल गई। इसी तरह रामगढ़ में RJD उम्मीदवार 1,455 डाक मत पत्रों में से 149 के अवैध घोषित किए जाने के बाद महज 189 वोटों से ही जीत हासिल कर सके हैं।
ऐसे में डाक मत पत्रों की गणना को दुबारा किया जाना चाहिए। इससे स्थिति स्पष्ट होगी।
तथ्य सूची
चुनाव आयोग ने जारी की तथ्य सूची
मामले में बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एचआर श्रीनिवास ने कहा कि मतगणना को लेकर विपक्षी पार्टियों की शिकायतें निराधार है।
उन्होंने 1,000 से कम वोटों से जीत हासिल करने वाले उम्मीदवारों की सीटों के लिए तथ्य सूची जारी की है।
इसी तरह सभी डाक मत पत्रों की दो बार जांच की गई थी। इनमें अवैध पाए गए मतों को हटाया गया था। इसमें किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं की गई है। परिणाम पूरी तरह सही है।
नतीजे
परिणाम के बाद बिहार में यह रही पार्टियों की स्थिति
बिहार चुनाव परिणाम आने के बाद NDA को 125, महागठबंधन को 110 और लोक जनशक्ति पार्टी सहित अन्य दलों को आठ सीटें मिली।
अलग-लगल पार्टियों की बात करें तो राष्ट्रीय जनता दल (RJD) 75 सीटों के सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
इसी तरह भाजपा 74 सीटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी है। वहीं JDU को 43, कांग्रेस को 19 और वामपंथी पार्टियों ने 17 सीटें मिली है। JDU का प्रदर्शन इस बार काफी खराब रहा है।