हरियाणा के विधायकों ने नहीं चुकाया MLA हॉस्टल का किराया, 15 को भेजा गया नोटिस
क्या है खबर?
सरकारी गेस्ट हाउसों की सुविधाओं का लाभ उठाकर बिना किराया चुकाए चले जाना नेताओं और उनके संबंधियों की पुरानी आदत है। विधायक, मंत्री और नेताओं के लिए इन गेस्ट हाउसों में बहुत कम चार्ज निर्धारित किया जाता है, लेकिन इसके बाद भी वह उपयोग की गई सुविधाओं का खर्च नहीं चुकाते हैं।
अब इस मामले में हरियाणा के विधानसभा स्पीकर ने चंडीगढ़ स्थित MLA हॉस्टल में ठहरकर किराया नहीं चुकाने वाले 15 विधायकों को नोटिस जारी किया है।
प्रमुख पार्टियां
बकायादारों में शामिल है प्रमुख पार्टियों के विधायक
MLA हॉस्टल प्रबंधन की ओर से विधायकों द्वारा कमरे और अन्य सुविधाओं का किराया नहीं चुकाने की रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने के बाद विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने कांग्रेस, भाजपा और जननायक जनता पार्टी के कुल 15 विधायकों को नोटिस भेजकर इस संबंध में जवाब मांगा है।
खास बात यह है कि नोटिस भेजे जाने के बाद भी इन विधायकों ने अभी तक इनका जवाब नहीं दिया है।
हालांकि, विधायकों के नाम की जानकारी नहीं दी गई है।
बकाया
एक मंत्री पर एक लाख रुपये से अधिक बकाया
MLA हॉस्टल के रिकॉर्ड के अनुसार सभी कमरे विधायकों के नाम पर बुक किए गए थे। इनमें कभी खुद विधायक तो अधिकतर समय उनके संबंधी ठहरे थे।
भाजपा और जननायक जनता पार्टी सरकार के एक मंत्री पर तो यहां ठहरने और अन्य सुविधाओं का करीब एक लाख रुपये का बिल बकाया है। इसी तरह अन्य विधायकों पर भी हजारों रुपये का बिल बकाया है।
इसको लेकर विधानसभा स्पीकर को रिपोर्ट भेजी गई थी। उसके बाद नोटिस जारी किया गया है।
पहचान-पत्र
अब हॉस्टल में ठहरने के लिए विधायक व मंत्रियों के रिश्तेदारों को देना होगा पहचान-पत्र
विधानसभा स्पीकर ने विधायकों की ओर से जवाब नहीं भेजने पर हॉस्टल प्रबंधन को भविष्य में विधायक या मंत्रियों के नाम पर बुक किए जाने वाले कमरे में ठरहने वाले लोगों के पहचान-पत्र लेने के निर्देश दिए हैं।
इसके तहत वह हॉस्टल में ठहरने वाले व्यक्ति का डाटा एकत्र कर सकेंगे। इसका कारण यह है कि गत दिनों एक विधायक के रिश्तेदार को हॉस्टल के कमरे से हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया था।
शुल्क
विधायकों से लिया जाता है किराया
MLA हॉस्टल में ठहरने वाले विधायक और मंत्रियों से सरकार की ओर से एक रात का महज 50 रुपये शुल्क लिया जाता है। इसी प्रकार यदि उनके नाम से बुक कमरे में उनके परिवार का कोई सदस्य ठहरता है तो उससे 200 रुपये और यदि कोई अन्य व्यक्ति ठहरता है तो 600 रुपये किराया वसूल किया जाता है।
यह किराया बाजार होटल के किराये से बहुत कम है, लेकिन इसके बाद भी विधायकों का किराया नहीं चुकाना बड़ी बात है।
निरीक्षण
विधानसभा अध्यक्ष के निरीक्षण में सामने आई थी सच्चाई
विधायक, मंत्री और उनके रिश्तेदारों द्वारा MLA हॉस्टल में ठरहने के बाद भी किराया नहीं चुकाने का मामला उस समय सामने आया था, जब गत दिनों विधानसभा स्पीकर गुप्ता ने खुद हॉस्टल का दौरा किया था।
उस दौरान उन्होंने हॉस्टल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया था और वहां ठहरने वाले लोगों का रिकॉर्ड देखा था। इसमें विधायक और मंत्रियों पर लाखों रुपये बकाया होने की बात सामने आई थी।