लाल किले समारोह में शामिल नहीं हुए खड़गे, वीडियो जारी कर पूर्व प्रधानमंत्रियों को याद किया
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 77वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित किया। इस समारोह से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दूरी बनाकर रखी।
मंगलवार को ऐतिहासिक लाल किले में आयोजित समारोह स्थल में राज्यसभा में नेता विपक्ष खड़गे के नाम की कुर्सी खाली दिखाई दी। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो संदेश जारी किया।
कांग्रेस ने समारोह में उनकी अनुपस्थिति पर कहा कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था।
खड़गे
खड़गे ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को दी श्रद्धांजलि
खड़गे ने अपने वीडियो संदेश में स्वतंत्रता दिवस पर महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, मौलाना आजाद, राजेंद्र प्रसाद, सरोजिनी नायडू और बीआर अंबेडकर जैसे स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने राष्ट्र निर्माण में नेहरू, इंदिरा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री, राजीव गांधी, पीवी नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह जैसे अन्य पूर्व कांग्रेसी प्रधानमंत्रियों के योगदान पर भी प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने भाजपा के आदर्श अटल बिहारी वाजपेयी का भी जिक्र किया।
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खड़गे ने पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान को किया याद
खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, "हर प्रधानमंत्री ने देश की प्रगति में योगदान दिया। आज कुछ लोग यह कहने की कोशिश कर रहे हैं कि भारत ने केवल पिछले कुछ सालों में ही प्रगति देखी।"
उन्होंने कहा, "आजादी के बाद पंडित नेहरू ने देश को औद्योगिक गति देने के लिए उद्योग लगाए। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों, भारतीय प्रबंधन संस्थानों, AIIMS, अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्रों की नींव रखी और देश में कला, संस्कृति और साहित्य को भी बढ़ावा दिया।"
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खड़गे बोले- शास्त्री जी और इंदिरा जी ने देश को बनाया आत्मनिर्भर
खड़गे ने कहा, "जब भारत में अनाज की कमी हुई, तब शास्त्री जी और इंदिरा जी ने हरित क्रांति लाकर अनाज आयात करने से मुक्त किया और आत्मनिर्भर बनाया। उन्होंने श्वेत क्रांति से भारत को दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बनाया।"
उन्होंने कहा, "राजीव गांधी के नेतृत्व देश में संचार, सूचना प्रौद्योगिकी और कंप्यूटर क्रांति हुई। उन्होंने चुनाव में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए वोट डालने की उम्र 21 साल से घटाकर 18 साल की।"
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खड़गे बोले- आज लोकतंत्र, संविधान और स्वायत्त संस्थाएं खतरे में है
खड़गे ने कहा, "सभी प्रधानमंत्रियों ने देश के बारे में सोचा और विकास के लिए कई कदम उठाए। मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि आज लोकतंत्र, संविधान और स्वायत्त संस्थाएं गंभीर खतरे में हैं। विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है।"
उन्होंने कहा, "सदन में विपक्षी सांसदों को निलंबित किया जा रहा है। उनके माइक बंद किए जा रहे हैं और भाषणों को हटाया जा रहा है।"
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खड़गे बोले- मोदी तनाशाही तरीकों से लोकतंत्र को नष्ट कर रहे हैं
खड़गे ने कहा, "महान नेता नया इतिहास बनाने के लिए अतीत के इतिहास को नहीं मिटाते। वे (मोदी) हर चीज का नाम बदलने की कोशिश करते हैं। पुरानी परियोजनाओं का नाम बदल दिया। वे अपने तानाशाही तरीकों से लोकतंत्र को नष्ट कर रहे हैं।"
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा, "पहले उन्होंने कहा अच्छे दिन, फिर नया भारत, अब अमृत काल। क्या वे अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए तो नाम नहीं बदल रहे हैं।"