तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने एमके स्टालिन, राज्यपाल ने दिलवाई पद की शपथ
तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में मिली जीत के बाद द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) प्रमुख एमके स्टालिन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। बता दें कि DMK ने तमिलनाडु में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और इस गठबंधन को 234 में से 159 सीटों पर जीत मिली है। यह छठी बार है, जब DMK तमिलनाडु में सरकार बनाने जा रही है।
मंत्रीमंडल के 33 सदस्यों के साथ ली शपथ
NDTV के अनुसार, स्टालिन ने राजभवन में अपने मंत्रीमंडल के 33 सदस्यों के साथ शपथ ली। स्टालिन ने गृह मंत्रालय समेत कई विभाग अपने पास रखे हैं। उन्होंने पूर्व मंत्री और छह बार के विधायक दुरई मुरुगन को जल मंत्रालय, पी थियागराजन को वित्त मंत्रालय और एमए सुब्रमण्यन को स्वास्थ्य मंत्रालय की कमान सौंपी है। इसके अलावा एमआरके पन्नीरसेल्वम को कृषि मंत्रालय, शिवा वी मेयनाथन को पर्यावरण मंत्रालय और सीवी गणेशन को श्रम कल्याण मंत्रालय को कार्यभार दिया गया है।
करुणानिधि सरकार में उप मुख्यमंत्री थे स्टालिन
स्टालिन 2006-11 के बीच DMK सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे थे। तब उनके पिता दिवंगत एम करुणानिधि राज्य के मुख्यमंत्री थे। तमिलनाडु में कई दशक बाद यह पहली बार था जब राज्य के दो दिग्गज नेताओं करुणानिधि और जयललिता की गैरमौजूदगी में चुनाव हुए। ये दोनों नेता फिल्मी दुनिया में भी अपना परचम लहरा चुके थे। ऐसे में अब स्टालिन को तमिलनाडु की राजनीति में गैर फिल्मी नेता माना जाने लगा है।
क्या रहे थे विधानसभा चुनावों के नतीजे?
विधानसभा चुनावों में DMK गठबंधन को कुल 159 सीटें मिली हैं। DMK के खाते में 133 सीटें आई हैं, वहीं कांग्रेस को 18, VCK को चार, CPI और CPM को दो-दो सीटें मिली हैं। इस गठबंधन ने AIADMK को सत्ता से बाहर किया है। AIADMK ने PMK और भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। इस गठबंधन को 75 सीटों पर जीत हासिल हुई, जिसमें सबसे ज्यादा 66 पर AIADMK, पांच पर PMK और चार पर भाजपा के उम्मीदवार जीते।
तमिलनाडु में कब-कब DMK की सरकार रही है?
यह छठी बार है, जब DMK तमिलनाडु में सरकार बनाने जा रही है। इससे पहले पार्टी 1967-71, 1971-76, 1989-91, 1996-2001 और 2006-11 के दौरान शासन कर चुकी है। स्टालिन पहली बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं।