डायबिटीज से परेशान हैं तो अपनाएँ ये आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ, जल्द मिलेगी राहत
क्या है खबर?
आज के समाय में लगभग हर व्यक्ति छोड़ी-बड़ी बीमारी से परेशान है। उन्ही में से कई लोग डायबिटीज की समस्या से ग्रासित हैं।
डायबिटीज शरीर में ब्लड शुगर लेवल और इंसुलिन को प्रभावित करती है। टाइप-1 और टाइप-2 दो तरह की डायबिटीज होती है। वहीं गर्भावस्था के दौरान कई महिलाएँ गेस्टेशनल डायबिटीज से पीड़ित होती हैं।
डायबिटीज लाइलाज बीमारी है, लेकिन कुछ प्राकृतिक और घरेलू उपायों को अपनाकर डायबिटीज के मरीज सामान्य जीवन जी सकते हैं।
आइए जानें।
उपाय 1
विजयसार से ऐसे करें डायबिटीज नियंत्रित
विजयसार को ब्लड शुगर नियंत्रित करने के लिए जाना जाता है।
इस जड़ी-बूटी में मौजूद एंटी हाइपरलिपेडिक गुण शरीर में कोलेस्ट्रॉल, लो डेंसिटी लिपोप्रोटिन और सीरम ट्राईग्लिसराइड के लेवल को कम करने में मददगार होते हैं।
इसके साथ ही यह डायबिटीज से जुड़े लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
इसके लिए विजयसार की लकड़ी से बने बर्तन में पानी भरकर रखें और सुबह पानी पी लें। आप इसके पाउडर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
उपाय 2
गुड़मार से भी करें डायबिटीज का सफल इलाज
गुड़मार एक ऐसी औषधि है, जो डायबिटीज में बहुत फ़ायदेमंद है। यह एक सदाबहार बेल होती है, जो हर मौसम में उपलब्ध होती है।
गुड़मार भारत, अफ़्रीका और ऑस्ट्रेलिया में पाई जाती है। गुड़मार डायबिटीज के मरीज़ों के लिए बहुत अच्छा साबित होता है।
गुड़मार की पत्तियों को चबाने के कुछ समय बाद ही आपको मीठे स्वाद का पता भी नहीं चलेगा।
डायबिटीज के मरीज़ दोपहर और रात के खाने के एक घंटे बाद गुड़मार पाउडर को पानी से लें।
उपाय 3
डायबिटीज के मरीज़ों के लिए वरदान है गिलोय
गिलोय को अमरत्व की जड़ कहा जाता है। इसकी पत्तियाँ ब्लड शुगर के लेवल को स्थिर करने और डायबिटीज को नियंत्रित करने में एक प्रमुख भूमिका निभाती हैं।
इससे रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। इसके इस्तेमाल से पाचन तंत्र में भी सुधार किया जाता है।
डायबिटीज के मरीज़ इसका फ़ायदा लेने के लिए एक गिलास पानी में इसकी पत्तियाँ या पाउडर डालकर रातभर रखें। सुबह इसे छानकर पीएँ, कुछ ही दिनों में फ़ायदा दिखने लगेगा।
उपाय 4
सदाबहार के फूल भी हैं डायबिटीज में फ़ायदेमंद
सदाबहार के फूल आपको भारत में हर जगह आसानी से मिल जाएँगे। यह औषधि गुणों से भरपूर होता है।
इसे पेरिविंकल नाम से भी जाना जाता है। इसके फूल और पत्ते दोनों को ही टाइप-2 डायबिटीज के लिए प्राकृतिक चिकित्सा के रूप में जाना जाता है।
इसके लिए सदाबहार की पत्तियों को छबाएँ। इसके अलावा आप सदाबहार के फूलों को पानी में उबालकर छानकर भी पी सकते हैं। इसे रोज़ाना सुबह-शाम लें, फ़ायदा होगा।