सुषमा स्वराज की बेटी ने पूरी की उनकी आखिरी इच्छा, एडवोकेट हरीश साल्वे को दी फीस
भारतीय जनता पार्टी (BJP) की वरिष्ठ नेता और मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज ने अपने निधन से कुछ वक्त पहले कुलभूषण जाधव मामले में भारतीय वकील हरीश साल्वे को उनकी फीस देने के लिए बुलाया था। लेकिन साल्वे से मुलाकात के पहले ही सुषमा का दिल का दौरा पड़ने के कारण निधन हो गया। शुक्रवार को सुषमा की बेटी बांसुरी स्वराज ने उनकी आखिरी इच्छा पूरी की। जानिए क्या थी सुषमा की आखिरी इच्छा।
बांसुरी स्वराज ने हरीश साल्वे को दी उनकी फीस
शुक्रवार को सुषमा की बेटी बांसुरी ने कुलभूषष जाधव मामले में भारत के वकील हरीश साल्वे से मुलाकात कर उनकी फीस दी। बता दें कि साल्वे ने हेग स्थित अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) में जाधव मामले की सुनवाई के दौरान भारत का प्रतिनिधित्व 1 रुपये की फीस पर किया था, लेकिन हरीश साल्वे को उनकी फीस मिलने से पहले ही सुषमा स्वराज का निधन हो गया था। साल्वे से एक रुपये फीस का करार सुषमा ने ही किया था।
सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने अपने ट्वीट में किया आखिरी इच्छा का ज़िक्र
सुषमा के पति स्वराज कौशल ने ट्वीट कर कहा, "बांसुरी ने आज तुम्हारी अंतिम इच्छा को पूरा कर दिया है। कुलभूषण जाधव के केस की फ़ीस का एक रुपया जो आप छोड़ गईं थीं, उसने आज हरीश साल्वे जी को भेंट कर दिया है।"
स्वाराज कौशल का ट्वीट
जानिए क्या था सुषमा का आखिरी वादा
सुषमा स्वाराज के निधन के बाद हरीश साल्वे ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा था, "निधन से कुछ देर पहले ही मेरी सुषमा से बात हुई थी। मैंने करीब रात 8:45 बजे उनसे बात की। हम दोनों के बीच काफी भावनात्मक बातचीत हुई थी।" साल्वे ने आगे कहा था, "सुषमा कह रही थी कि जो केस आपने जीता है, कल आकर उसकी फीस ले लिए। लेकिन उससे पहले ही उनका निधन हो गया और वादा अधूरा रह गया।"
जानिए क्या है कुलभूषण जाधव का मामला
पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को मार्च, 2016 में बलूचिस्तान से जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया था। कुलभूषण की गिरफ्तारी के बाद से ही पाकिस्तान भारतीय अधिकारियों को उनसे मिलने की अनुमति भी नहीं दे रहा था। इसके बाद पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने कुलभूषण को मौत की सज़ा सुना दी थी, जिसके बाद ही भारत ने ICJ में इस मामले को उठाया था। ICJ ने कुलभूषण की मौत की सज़ा पर रोक लगाने का आदेश दिया था।
6 अगस्त को हुआ था सुषमा का निधन
बता दें कि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वाराज का 67 वर्ष की उम्र में 6 अगस्त को दिल्ली के एम्स में निधन हुआ था। अपने खराब स्वास्थ्य के कारण ही उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव में हिस्सा नहीं लिया था।