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मुंबई: शिवसेना विधायक की ठेकेदार से बदसलूकी, नाले की सफाई न करने पर कचरे से नहलाया

मुंबई: शिवसेना विधायक की ठेकेदार से बदसलूकी, नाले की सफाई न करने पर कचरे से नहलाया

Jun 13, 2021
03:32 pm

क्या है खबर?

मुंबई में शिवसेना के एक विधायक द्वारा ठेकेदार से बदसलूकी का मामला सामने आया है। उत्तर मुंबई की कांदिवली विधानसभा से शिवसेना विधायक दिलीप लांडे ने एक ठेकेदार को पानी भरी सड़क पर बैठाया और उस पर कचरा उड़ेल दिया। विधायक का कहना है कि ठेकेदार अपना काम नहीं कर रहा था, जिस वजह से नाले में कचरा जमा हो गया और सड़क पर पानी भरने लगा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

जानकारी

क्या है मामला?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ठेकेदार को विधायक के इलाके में नाले की सफाई का काम सौंपा गया था, लेकिन पिछले कुछ समय से यहां कचरा जमा हो गया और सड़क पर जलभराव होने लगा। रविवार को यहां पहुंचे विधायक ठेकेदार को 'सबक' सीखाने के लिए उसे सड़क पर बैठाया और लोगों से उसके ऊपर कचरा डालने को कहा। बाद में विधायक ने अपने बर्ताव पर सफाई देते हुए कहा कि ठेकेदार अपना काम ठीक से नहीं कर रहा था।

बयान

विधायक ने सफाई देते हुए क्या कहा?

ABP न्यूज के अनुसार, विधायक लांडे ने अपने बचाव में कहा, "मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि ठेकेदार ने अपना काम ठीक से नहीं किया था। स्थानीय लोगों को सड़क पर पानी बहने से काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था। मैं कई दिनों से उसे जलभराव की समस्या को ठीक करने के लिए बोल रहा था, लेकिन वह ऐसा नहीं कर रहा था। लोगों ने मुझे विधायक बनाया है और मैंने अपना काम किया है।"

बयान

विधायक बोले- ठेकेदार को जिम्मेदारी का अहसास कराया

लांडे ने कहा, "मैं शिवसैनिकों को लेकर गटर साफ करने आया। मैं खुद चार-पांच दिनों से सफाई कर रहा हूं। ठेकेदार ने ठीक से काम नहीं किया इसलिए उसे यहां बुलाया गया है। जिस कचरे और गंदगी में लोग जी रहे हैं, ठेकेदार को उसी में बैठाया और जिम्मेदार का अहसास कराया है।" उन्होंने आगे कहा, "ठेकेदार को काम सौंपा हुआ है, लेकिन उसने यह नहीं किया। इसलिए हमें नाले की सफाई के लिए आना पड़ा।"

आलोचना

विधायक के बर्ताव पर उठ रहे सवाल

भाजपा ने विधायक की इस हरकत के बाद शिवसेना और बृह्नमुंबई नगर निगम (BMC) पर निशाना साधा है। गौरतलब है कि इस नाले की सफाई का ठेका BMC ने दिया था और पिछले दो दशक से अधिक समय से BMC पर शिवसेना का ही नियंत्रण हैं। ऐसे में कई लोग यह सवाल भी उठा रहे हैं कि विधायक ने जैसा बर्ताव ठेकेदार के साथ किया है, क्या वैसा ही व्यवहार BMC में बैठे लोगों के साथ करेंगे?