चांद पर उतरने से चूका भारत, प्रधानमंत्री का संदेश- हम होंगे कामयाब
भारत चांद की सतह पर पहुंचने से चूक गया। चांद की सतह पर पहुंचने की ISRO की यह पहली कोशिश थी। सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन चांद की सतह से 2.1 किमी पहले ISRO का लैंडर से संपर्क टूट गया। ISRO ने कहा कि लैंडर उतर रहा था और लक्ष्य से 2.1 किलोमीटर पहले तक उसका काम सामान्य था। उसके बाद लैंडर का संपर्क जमीन पर स्थित केंद्र से टूट गया। आंकड़ों का विश्लेषण किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बढ़ाया वैज्ञानिकों का हौसला
यह लैंडिंग देखने के लिए प्रधानमंत्री मोदी खुद ISRO मुख्यालय में मौजूद था। लैंडर ने सफलतापूर्वक अपना रफ ब्रेकिंग का चरण पूरा कर लिया था और यह तय स्पीड से सतह की तरफ बढ रहा है। ISRO के एक वैज्ञानिक ने बताया कि लैंडर से संपर्क उस समय टूटा होगा, जब नीचे उतरते समय उसके थ्रस्टर्स को बंद किया जा रहा था। इसके बाद ISRO में मायूसी छा गई। वहां मौजूद प्रधानमंत्री मोदी ने वैज्ञानिकों का हौंसला बढ़ाया।
प्रधानमंत्री मोदी- पूरे देश को ISRO पर गर्व
प्रधानमंत्री मोदी ने ISRO मुख्यालय से शनिवार सुबह देश को संबोधित करते हुए कहा कि हम निश्चित रूप से सफल होंगे। इस मिशन के अगले प्रयास में भी और इसके बाद के हर प्रयास में भी कामयाबी हमारे साथ होगी। उन्होंने कहा कि हर मुश्किल और कठिनाई हमें कुछ नया सिखाकर जाती है, कुछ नए आविष्कार, नई टेक्नोलॉजी के लिए प्रेरित करती है और इसी से हमारी आगे की सफलता तय होती हैं।
वैज्ञानिकों की तारीफ में ये बोले प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी ने ISRO के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि ये आप लोग ही हैं जिन्होंने अपने पहले ही प्रयास में मंगल ग्रह पर भारत का झंडा फहराया था। इससे पहले कोई ऐसी उपलब्धि हासिल नहीं कर पाया था। चंद्रयान-1 ने दुनिया को चांद पर पानी होने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विज्ञान में हर प्रयोग हमें अपने असीम साहस की याद दिलाता है। चंद्रयान-2 का परिणाम आशा के अनुसार नहीं रहा, लेकिन पूरी यात्रा शानदार रही।
भावुक हुए ISRO प्रमुख, प्रधानमंत्री मोदी ने बढ़ाई हिम्मत
ISRO ने दिये देश को मुस्कुराने और गर्व करने के पल- प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने वैज्ञानिकों से कहा कि भारत आपके साथ है। आप सब महान प्रोफेशनल हैं जिन्होंने देश के लिए संपूर्ण जीवन दिया और देश को मुस्कुराने और गर्व करने के कई मौके दिए। आप मक्खन पर नहीं पत्थर पर लकीर खिंचने वाले लोग हैं।