बाढ़ का प्रकोप: महाराष्ट्र में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए लाखों लोग, केरल में रेड अलर्ट
क्या है खबर?
भारी बारिश के कारण महाराष्ट्र के कई जिलों में बाढ़ ने भीषण रूप धारण कर लिया है।
बाढ़ का सबसे ज्यादा प्रकोप पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर, सांगली और सतारा जिलों में हैं, जहां से प्रशासन को 1.5 लाख लोगों को बाहर निकालना पड़ा।
वहीं, केरल में भी कुछ ऐसा ही हाल है और भारतीय मौसम विभाग ने भारी बारिश के बीच राज्य के 3 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है।
असर
पश्चिमी महाराष्ट्र में गई 16 लोगों की जान
महाराष्ट्र के कई हिस्सों में पिछले कुछ समय से भारी बारिश हो रही है।
इसका असर मुंबई पर भी देखने को मिल रहा है और शहर में बाढ़ जैसे हालात हैं।
लेकिन बाढ़ का असली प्रकोप पश्चिमी महाराष्ट्र के जिलों में देखने को मिल रहा है।
प्रशासन के अनुसार, पिछले 5 दिनों में पुणे क्षेत्र के 5 जिलों, सतारा, पुणे, सांगली, कोल्हापुर और सोलापुर, में 16 लोगों को बाढ़ के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
चुनौती
आगे और विकट हो सकती है स्थिति
पुणे क्षेत्र के कमिश्नर दीपक महेस्कर ने बुधवार को बताया, "पिछले 2 दिनों में कोल्हापुर, सांगली और सतारा जिलों से 1.2 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। पूरे पुणे क्षेत्र में सुरक्षित बाहर निकाले गए लोगों की संख्या 1.5 लाख है।"
उन्होंने बताया कि इलाके में ज्यादातर बांध पूरी तरह से भर चुके हैं और अगर मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार और बारिश होती है तो उनसे पानी छोड़ना पड़ेगा, जिससे स्थिति और खराब होगी।
बचाव कार्य
बचाव कार्य में लगीं सेना और NDRF की टीमें
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, कोल्हापुर के सभी 12, सतारा के 11 में 4 और सांगली के 10 में से 4 तालुकाओं में ज्यादा बारिश हुई है और सबसे अधिक प्रभावित हैं।
बाढ़ के कारण पुणे क्षेत्र के 2.5 लाख लोगों तक बिजली पहुंचने में भी रुकावट आई है।
सेना, नौसेना और तटरक्षक बलों के साथ NDRF की टीमें बचाव कार्य में लगी हुई हैं।
लेकिन रोड कनेक्टिविटी में बाधा के कारण बचाव कार्य पर प्रभाव पड़ रहा है।
रेड अलर्ट
केरल के 3 जिलों में रेड अलर्ट
अगर केरल की बात करें तो आज मौसम विभाग ने राज्य के इडुक्की, मलप्पुरम और कोझिकोड जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया है।
मौसम विभाग ने इन इलाकों में अगले 24 घंटों में 240 mm से ऊपर भारी बारिश और भूस्खलन की आशंका जताई है।
मलप्पुरम के कई हिस्से पूरी तरह से पानी से भरे हुए हैं और बाकी हिस्से से पूरी तरह से कट चुके हैं।
इलाके में एक महिला की मौत की खबर भी है।