झांसी: ट्रेन के शौचालय में मिला मजदूर का शव, कई दिनों से पड़े होने की आशंका
क्या है खबर?
कोरोना वायरस और लॉकडाउन से प्रवासी मजदूरों के सामने पैदा हुए जीवन-मरण के संकट को बयां करती तस्वीरें रोजाना सामने आ रही हैं। इस कड़ी में एक तस्वीर उत्तर प्रदेश के झांसी से आई है, जहां एक ट्रेन के शौचालय में एक 38 वर्षीय प्रवासी मजदूर का शव पाया गया है।
डिब्बों को सैनिटाइज कर रहे रेलवे कर्मचारियों को गुरूवार शाम को ये शव मिला। आशंका जताई जा रही है कि ये शव यहां पिछले काफी दिनों से है।
मामला
उत्तर प्रदेश के बस्ती का रहने वाला था मजदूर
शव की पहचान पूर्वी उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के रहने वाले मोहन लाल शर्मा के तौर पर की गई है। मोहन मुंबई में दैनिक मजदूर के तौर पर काम करते थे, लेकिन लॉकडाउन के कारण अन्य मजदूरों की तरह उनके पास भी कोई काम नहीं बचा।
23 मई को वह जैसे-तैसे झांसी पहुंचने में कामयाब रहे, जहां जिला प्रशासन ने उन्हें बस्ती से 70 किलोमीटर दूर स्थित गोरखपुर की ट्रेन पकड़ने के लिए रेलवे स्टेशन भेज दिया।
घटनाक्रम
बुधवार को वापस झांसी लौटी ट्रेन
अभी ये साफ नहीं है कि ट्रेन का अंतिम गंतव्य गोरखपुर ही था या फिर ट्रेन सीमा पार कर प्रवासी मजदूरों को वापस पहुंचाने के लिए बिहार गई।
हालांकि ट्रेन बुधवार को वापस झांसी लौट आई और गुरूवार को जब रेलवे कर्मचारी डिब्बों को सैनिटाइज करने लगे तो उन्हें मोहन का शव मिला।
पुलिस के अनुसार, उनके शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है और कोरोना वायरस टेस्ट के नतीजे आने के बाद ही शव को परिजनों को सौंपा जाएगा।
बयान
28,000 रुपये लेकर चल रहे थे मोहन
मोहन के रिश्तेदार कन्हैया लाल शर्मा ने बताया, "झांसी पुलिस ने ग्राम प्रधान को फोन किया और हमें पता चला कि वह 28,000 रुपये, एक साबुन की टिकिया और कुछ किताबें लेकर चल रहे थे। वह घर वापस आना चाहते थे क्योंकि वहां (मुंबई) में कोई काम नहीं था।"
उन्होंने बताया कि पुलिस ने उन्हें झांसी आकर शव ले जाने का विकल्प दिया है।
मोहन की मौत किस कारण से हुई, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
जानकारी
उत्तर प्रदेश वापस पहुंचे हैं 20 लाख प्रवासी मजदूर
उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां पिछले दो महीने में लगभग 20 लाख प्रवासी मजदूर वापस लौट चुके हैं और आने वाले दिनों में भी कई लाख वापस लौट सकते हैं। इन्हें खाना-पानी प्रदान करने से क्वारंटाइन करने तक में समस्या आ रही है।
अन्य घटना
बिहार के मुजफ्फरपुर से सामने आया था मार्मिक वीडियो
बता दें कि दो दिन पहले ही प्रवासी मजदूरों के संकट को बयां करता एक मार्मिक वीडियो सामने आया है। बिहार के मुजफ्फरपुर के इस वीडियो में एक महिला रेलवे स्टेशन पर मृत पड़ी है और उसका बच्चा उसके ऊपर पड़े कंबल के साथ खेल रहा है और उसे जगाने की कोशिश कर रहा है।
महिला एक श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन की मदद से यहां पहुंची थी और अत्यधिक गर्मी, भूख और पानी की कमी की वजह से उसकी मौत हुई।
त्रासदी
दुर्घटनाओं का शिकार हो चुके हैं घर लौटने सैकड़ों मजदूर
गौरतलब है कि 25 मार्च को कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बाद से ही लाखों प्रवासी मजदूर पैदल और श्रमिक एक्सप्रेस के जरिए अपने गृह राज्य वापस लौट रहे हैं।
इस बीच कई मजदूर दुर्घटनाओं के शिकार हुए हैं। महाराष्ट्र के औरंगाबाद में ऐसे ही 16 मजदूर एक मालगाड़ी के नीचे कटकर मर गए। वहीं उत्तर प्रदेश के औरैया में दो वाहनों की टक्कर में 26 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई थी।